Mayawati on Akhilesh: बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने अखिलेश के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सपा द्वारा विद्वेषपूर्ण आरोप लगा देने से काम नहीं चलेगा। पूरा देश जानता है और देख भी रहा है कि कौन किसकी बी टीम रही है और अभी भी उसी रुप में सक्रिय है। सभी पार्टियां घोर जातिवादी और बहुजन विरोधी हैं। कोई कम कोई ज्यादा है।
जानें क्या था अखिलेश का आरोप
दरअसल पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सीतापुर की महमूदाबाद विधानसभा में गए थे। जहां उन्होंने सपा के जिला पंचायत अध्यक्ष रहे महेंद्र वर्मा की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा अनावरण के लिए पहुंचे थे। इस दौरान अखिलेश यादव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा पर आरोप लगाया था कि “पिछले विधानसभा चुनाव 2022 में, बीजेपी के दफ्तर ने बसपा के उम्मीदवारों अंतिम रुप दिया। बसपा के उम्मीदवार जीत के लिए नहीं, बल्कि सपा के उम्मीदवारों को जीतने से रोकने के लिए मैदान में उतारे गए थे। बसपा बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर और उसके संस्थापक कांशीराम के रास्ते से भटक गई है। बसपा ने भाजपा के साथ साठगांठ की है और उसकी बी-टीम के रूप में काम करती है।”
बसपा ने दिया करारा पलटवार
सपा के आरोपों पर करारा पलटवार करते हुए बसपा के एक नेता ने कहा कि “सपा प्रमुख खुद बीजेपी की बी-टीम है। सपा बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रही है और अखिलेश यादव के कई कामों की जांच शुरू कराई, लेकिन आज तक एक भी जांच में निर्णय सामने नहीं आया।” उन्होंने आगे कहा कि “राम गोपाल यादव बीजेपी की प्लानिंग का हिस्सा है। बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ अक्सर उनकी बैठक होती रहती है। बीजेपी के लोग जो कार्यक्रम बनाते हैं उसमें उनकी भी सरभागिता होती है। अखिलेश यादव कहीं उनके लिए खड़े नहीं हो सकते हैं, वह केवल अल्पसंख्यक वर्ग का इस्तेमाल करते हैं।
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