Meerut Metro: उत्तर प्रदेश के मेरठ के लोगों के लिए एक खास जानकारी सामने आई है। दरअसल मेरठ मेट्रो (Meerut Metro) का पहला ट्रेन सेट मंगलवार की रात को दुहाई डिपो पहुंच गया। आपको बता दें कि गाजियाबाद जिले स्थित रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के अंतर्गत ये डिपो आता है।
तीन कोच का ये ट्रेन सेट बड़े ट्रेलरों के जरिए लगभग एक हफ्ते का सफर तय करने के बाद लाया गया है। इसके साथ ही इसके ट्रायल की तैयारी भी शुरू हो गई है। बता दें कि इस ट्रेन सेट को गुजरात के सांवली से लाया गया है।
Meerut Metro की जानकारी
जानकारी के मुताबिक, दुहाई डिपो में ट्रायल के बाद इस ट्रेन को मेरठ लाया जाएगा। गुजरात के सांवली स्थित एल्सराम कंपनी के निर्माण प्लांट में मेरठ मेट्रो के ट्रेन सेट तैयार किए जा रहे हैं। मेरठ मेट्रो के कुल 10 ट्रेन सेट रहेंगे।
एनसीआरटीसी ने दी Meerut Metro की ये अहम डिटेल
एनसीआरटीसी ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘मेड-इन-इंडिया मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट, अपने आधुनिक डिजाइन के साथ, ऊर्जा कुशल, हल्के हैं, और स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी), स्वचालित ट्रेन नियंत्रण (एटीसी), और स्वचालित ट्रेन संचालन के साथ संगत पुनर्योजी ब्रेकिंग सिस्टम से सुसज्जित हैं।’
एनसीआरटीसी ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, ‘पहला ट्रेनसेट गाजियाबाद के दुहाई में डिपो में आ गया है। हाल ही में, एनसीआरटीसी के एमडी श्री विनय कुमार सिंह द्वारा मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट के फर्स्ट लुक का अनावरण किया गया। बाद में गुजरात के सावली में को पहला ट्रेनसेट सौंपा।‘
Meerut Metro लोगों को देगी बड़ी सुविधा
इस ट्रेन सेट का मेक इन इंडिया के तहत डिजाइन और निर्माण किया गया है। एडवांस तकनीक से लैस मेरठ मेट्रो ट्रेन की टॉप स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा है। मेरठ मेट्रो यूपी के लोगों के लिए एक फास्ट, सेफ, एडवांस परिवहन का साधन बनेगी।
मेरठ मेट्रो लाइन 23 किलोमीटर लंबी है और इस पर 13 स्टेशन हैं। फिलहाल मेरठ मेट्रो का निर्माण तेजी से जारी है, अभी इसके स्टेशनों को डिजाइन किया जा रहा है। ऐसा पहली बार होगा, जब नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस के ढांचे पर दौड़ेगी। मेरठ मेट्रो का नियंत्रण कक्ष मोदीपुरम डिपो में बनाया गया है।
Meerut Metro की शानदार खूबियां
- मेरठ मेट्रो का निर्माण हल्के और स्टेनलैस स्टील से निर्माण किया गया है।
- मेरठ मेट्रो में सामान रखने के लिए रैक, ग्रैब हैंडल, यूएसबी डिवाइस चार्जिंग की सुविधा मिलेगी।
- एक ट्रेन में लगभग 700 से यात्री सफर कर सकेंगे।
- ट्रेन में इंफोटेनमेंट सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, डॉयनैमिक रुट मैप और अच्छी रोशनी की व्यवस्था दी गई है।
- सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर लगाए गए हैं।
- एनर्जी सेविंग के लिए ट्रेन के गेट पर पुश बटन लगाए गए हैं।
- ट्रेन में आपातकालीन निकास उपकरण, अग्निशामक यंत्र, अलार्म की सुविधा मिलेगी।
- इमरजेंसी स्थिति में ट्रेन में स्ट्रेचर और व्हील चेयर भी लेकर जा सकते हैं। इसके लिए व्यवस्था की गई है।
इन स्टेशनों पर रुकेगी मेरठ मेट्रो
जानकारी के मुताबिक, मेरठ मेट्रो इन स्टेशनों पर रुकेगी। इसमें परतापुर (एलिवेटेड) रिठानी (एलिवेटेड) ब्रह्मपुरी (एलिवेटेड) मेरठ सेंट्रल (भूमिगत) भैंसाली (भूमिगत) एमईएस कालोनी (एलिवेटेड) डोरली (एलिवेटेड) मेरठ नार्थ (एलिवेटेड) शामिल है।
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