Yamuna Expressway: कोहरे के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी कितना प्रभावित होती है ये किसी से छिपा नहीं है। विजिबिलिटी लो होने के कारण ही सर्दियों के दिन में सड़क पर घटनाएं होती हैं। यही वजह है जिम्मेदार संस्थाएं घटनाओं पर रोकथाम लगाने और यातायात के बेहतर संचालन के लिए तमाम तरह के कदम उठाती हैं। यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) प्राधिकरण ने भी इसी कड़ी में बड़ा बदलाव किया है। प्राधिकरण ने हल्के एवं भारी क्षमता वाले वाहनों की रफ्तार सीमा (Speed Limit) में व्यापक बदलाव किया है। ऐसे में अगर यमुना एक्सप्रेसवे पर गाड़ी चलाते समय आपने प्राधिकरण द्वारा निर्धारित रफ्तार सीमा को तोड़ने की कोशिश की तो इसका असर आपकी जेब पर पड़ेगा। ऐसा करने वालों से हजारों रुपए का फाइन वसूला जाएगा। अगर आप जेब ढ़ीली करने से बचना चाहते हैं तो यहां बताए कुछ प्रमुख बातों का ध्यान रखें।
Yamuna Expressway पर स्पीड लिमिट में भारी बदलाव!
यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) ने एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार सीमा में बड़ा बदलाव किया है। प्राधिकरण की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक आगरा से ग्रेटर नोएडा के बीच बने यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार सीमा 75 किमी प्रति घंटा रहेगी। वहीं भारी वाहनों के लिए अधिकतम स्पीड लिमिट 50 किमी प्रति घंटा रहेगी। यदि वाहनों की रफ्तार उपर्युक्त बताए रफ्तार को पार करती है तो वाहन मालिकों को फाइन के रूप में हजारों रुपए भरने होंगे। प्राधिकरण द्वारा निर्धारित स्पीड लिमिट पार करने पर हल्के वाहनों पर 2000 रुपए तो वहीं भारी वाहनों पर 4000 रुपए जुर्माना वसूला जाएगा। ऐसे में यदि आप अपनी जेब ढ़ीली करने से बचना चाहते हैं तो यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण द्वारा स्पीड लिमिट में किए इस बदलाव का सख्ती से पालन करें।
सुरक्षा के लिहाज से क्यों अहम है यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण का निर्णय?
सर्दी के मौसम में गाड़ियों की रफ्तार आम तौर पर थोड़ी कम नजर आती हैं। इसका कारण है कोहरे के कारण प्रभावित विजिबिलिटी। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) ने इसको ध्यान में रखते हैं हल्के व भारी वाहनों की स्पीड लिमिट में बदलाव कर दिया है। प्राधिकरण का ये निर्णय सुरक्षा के लिहाज से भी अहम है। यदि एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां हल्के रफ्तार के साथ दौड़ेंगी तो किसी भी तरह की घटना-दुर्घटना की संभावना कम हो सकती है। यही वजह है कि यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) प्राधिकरण द्वारा हल्के व भारी वाहनों की स्पीड लिमिट को कम करने वाले फैसले की सराहना हो रही है और इसे सुरक्षा के लिहाज से अहम बताया जा रहा है।