Monday, December 16, 2024
Homeदेश & राज्यउत्तर प्रदेशYamuna Expressway पर हजारों रुपए की फाइन से है बचना, तो गाड़ी...

Yamuna Expressway पर हजारों रुपए की फाइन से है बचना, तो गाड़ी चलाते वक्त रखें इन बातों का ध्यान!

Date:

Related stories

UP Assembly Session: विधानसभा में गूंज उठा Sambhal का मुद्दा! CM Yogi बोले ‘शेख, पठान भी कह रहे हमारे पूर्वज हिंदू..’

UP Assembly Session: संभल की चर्चा केन्द्र में दिल्ली से लेकर यूपी की राजधानी लखनऊ तक हो रही है। संभल मामले (Sambhal Case) में अपडेट ये है कि कुएं की खुदाई के दौरान संभल में आज भगवान गणेश और कार्तिकेय प्रभु की प्राचीन मूर्तियां मिली हैं। ऐसे में संभल मुद्दा खूब सुर्खियां बटोर रहा है।

UP News: यूपी में शराब पीने वालों की बल्ले-बल्ले! आबकारी विभाग ने बदल दी ठेके बंद करने की टाइमिंग, जानें डिटेल

UP News: दिसंबर के एक-एक दिन बीतने के साथ लोग जश्न के बेहद करीब जा रहे हैं। 25 दिसंबर और नए साल की आमद होनी है और इस खास मौके को लेकर तैयारियों का दौर शुरू हैं। बाजार सज रहे हैं, सड़कों पर चका-चौंध हैं, नए-नए रेस्तरा और फॉर्म हाउस की तलाश की जा रही है।

Sambhal Viral Video: संभल विवाद के बीच अतिक्रमण पर बड़ी कार्रवाई! प्रशासन ने 46 वर्ष से बंद पड़े मंदिर को खुलवाया; देखें वीडियो

Sambhal Viral Video: "1978 से बंद पड़े हिंदू मंदिर से अतिक्रमण हटाया गया है।" ऐसा कहना है एसडीएम वंदना मिश्रा का जो यूपी के संभल जिले में तैनात हैं। संभल का नाम आते है सबसे पहले ज़हन में 24 नवंबर का दिन आता है जब शाही मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी थी।

Lakhimpur Video: निकाय उपचुनाव प्रचार में जनता के सामने क्यों फूट-फूटकर रो पड़े BJP विधायक? सुर्खियां बटोर रहा वीडियो

Lakhimpur Video: राजधानी लखनऊ के निकट स्थित लखीमपुर खीरी का एक प्रकरण सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में पलिया नगर निकाय क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है। इस सीट को जीतने के लिए बीजेपी ने पूरा दम-खम लगा दिया है।

Jhansi Video: ‘मुफ्ती खालिद’ को हिरासत में लेने पहुंची NIA व ATS को आवाम ने घेरा! सुर्खियां बटोर रहा उग्र भीड़ से जुड़ा वीडियो

Jhansi Video: विदेश फंडिग से जुड़ा मामला और मुफ्ती खालिद, ये दोनों टर्म आज सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे हैं। चलिए हम आपको पूरा प्रकरण विस्तार से बताते हैं। दरअसल, आज NIA व ATS की एक टीम मुफ्ती खालिद को हिरासत में लेने के लिए झांसी पहुंची।

Yamuna Expressway: कोहरे के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी कितना प्रभावित होती है ये किसी से छिपा नहीं है। विजिबिलिटी लो होने के कारण ही सर्दियों के दिन में सड़क पर घटनाएं होती हैं। यही वजह है जिम्मेदार संस्थाएं घटनाओं पर रोकथाम लगाने और यातायात के बेहतर संचालन के लिए तमाम तरह के कदम उठाती हैं। यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) प्राधिकरण ने भी इसी कड़ी में बड़ा बदलाव किया है। प्राधिकरण ने हल्के एवं भारी क्षमता वाले वाहनों की रफ्तार सीमा (Speed Limit) में व्यापक बदलाव किया है। ऐसे में अगर यमुना एक्सप्रेसवे पर गाड़ी चलाते समय आपने प्राधिकरण द्वारा निर्धारित रफ्तार सीमा को तोड़ने की कोशिश की तो इसका असर आपकी जेब पर पड़ेगा। ऐसा करने वालों से हजारों रुपए का फाइन वसूला जाएगा। अगर आप जेब ढ़ीली करने से बचना चाहते हैं तो यहां बताए कुछ प्रमुख बातों का ध्यान रखें।

Yamuna Expressway पर स्पीड लिमिट में भारी बदलाव!

यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) ने एक्सप्रेसवे पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार सीमा में बड़ा बदलाव किया है। प्राधिकरण की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक आगरा से ग्रेटर नोएडा के बीच बने यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार सीमा 75 किमी प्रति घंटा रहेगी। वहीं भारी वाहनों के लिए अधिकतम स्पीड लिमिट 50 किमी प्रति घंटा रहेगी। यदि वाहनों की रफ्तार उपर्युक्त बताए रफ्तार को पार करती है तो वाहन मालिकों को फाइन के रूप में हजारों रुपए भरने होंगे। प्राधिकरण द्वारा निर्धारित स्पीड लिमिट पार करने पर हल्के वाहनों पर 2000 रुपए तो वहीं भारी वाहनों पर 4000 रुपए जुर्माना वसूला जाएगा। ऐसे में यदि आप अपनी जेब ढ़ीली करने से बचना चाहते हैं तो यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण द्वारा स्पीड लिमिट में किए इस बदलाव का सख्ती से पालन करें।

सुरक्षा के लिहाज से क्यों अहम है यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण का निर्णय?

सर्दी के मौसम में गाड़ियों की रफ्तार आम तौर पर थोड़ी कम नजर आती हैं। इसका कारण है कोहरे के कारण प्रभावित विजिबिलिटी। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (Yamuna Expressway Authority) ने इसको ध्यान में रखते हैं हल्के व भारी वाहनों की स्पीड लिमिट में बदलाव कर दिया है। प्राधिकरण का ये निर्णय सुरक्षा के लिहाज से भी अहम है। यदि एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां हल्के रफ्तार के साथ दौड़ेंगी तो किसी भी तरह की घटना-दुर्घटना की संभावना कम हो सकती है। यही वजह है कि यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) प्राधिकरण द्वारा हल्के व भारी वाहनों की स्पीड लिमिट को कम करने वाले फैसले की सराहना हो रही है और इसे सुरक्षा के लिहाज से अहम बताया जा रहा है।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories