Ram Navami 2023: अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण बड़े ही भव्य तरीके से हो रहा है। केंद्र सरकार ने यह लक्ष्य दिया है कि लोकसभा चुनाव से पहले इस मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए। ऐसे में इस मंदिर से जुड़ी एक और बड़ी खबर है। बताया जा रहा हैं कि इस नव नवरात्रि रामनवमी के दिन भगवान राम को एक विशेष तरह के कपड़े से सजाया जाएगा। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि सैकड़ों सालों से अपने घर से बाहर रह रहे भगवान श्री राम के लिए यह अंतिम साल है,जब उनकी पूजा अस्थाई घर में होगी। भारत से लेकर विदेशों तक के एक से बढ़कर एक मूर्तिकार प्रभु श्री राम की मूर्ति बनाने के लिए लगातार अपने मॉडल को श्री राम जन्म भूमि के ट्रस्टी को सौंप रहे हैं।
दिन के अनुसार बदलता है रंग
प्रत्येक दिन श्री राम का भव्य तरीके से श्रृंगार किया जाता है। श्रृंगार करते समय दिन का और कपड़े के रंग का विशेष ध्यान रखा जाता है। इनका श्रृंगार करने वालों की मानें तो सोमवार को प्रभु श्री राम सफेद वस्त्र पहनाया जाता है। वहीं मंगलवार को लाल, बुधवार और गुरुवार को हरा और पीला साथ ही शुक्रवार और शनिवार को क्रीम कलर और नीला वस्त्र पहनाया जाता है। वहीं सप्ताह के अंतिम दिन भगवान श्री राम को गुलाबी वस्त्र पहनाया जाता है। इस बार रामनवमी बुधवार 30 मार्च को है इसलिए भगवान को पिला वस्त्र पहनाया जाएगा।
विद्वानों की मानें तो दिन का कोई खास फर्क नहीं पड़ता है ज्यादातर रामनवमी के दिन भगवान श्री राम को पीला कपड़ा पहनाया ही जाता है। वहीं इस बार का पीला वस्त्र और भी आकर्षक तरीके से बनाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो भगवान श्री राम के इस वस्त्र को सिलवाने के लिए भगवत प्रसाद को पहले से ही निर्देश दे दिया गया है। भगवत प्रसाद ने बताया है कि वो प्रभु श्री राम के बहुत ही बड़े भक्त हैं और साल 1984 से उनके लिए वस्त्र सिलते आ रहे हैं।
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छोटे बच्चों के जैसी होनी चाहिए मूर्ति
रामलला की मूर्ति को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बरकरार है। कोई चाहता है कि प्रभु की मूर्ति छोटे बच्चे के जैसी होनी चाहिए, तो कुछ लोगों की मांग है कि मूर्ति बड़ी होनी चाहिए। वहीं राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया है कि ” मूर्तिकारों ने कहा है भगवान श्री राम की मूर्ति खड़ी मूर्ति होनी चाहिए।” रामलला की मूर्ति में किसी भी तरह की त्रुटि न हो इसका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए।