Sambhal Stepwell: संभल में अभी 43 साल पुराने मंदिर का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि संभल के सटे चंदौसी में खुदी के दौरान एक बावड़ी मिलने से हडकंप मच गया। क्या डीएम, क्या एसपी सब उसे देखने के लिए मौके पर पहुंच गए। बता दें कि खुदाई के दौरान दौरान प्राचीन बावड़ी मिली है। बावड़ी में 2 कुंए और सीढ़ियां भी मिली हैं। जानकारी के मुताबिक यह बावड़ी 250 गहरी है। वहीं इसे लेकर अब प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। रानी सुरेंद्र वाला की पोती शिप्रा ने इसे लेकर बड़ा खुलासा किया है।
Sambhal Stepwell को लेकर रानी सुरेंद्र वाला की पोती ने किया बड़ा खुलासा
Sambhal Stepwell मिलने के बाद रानी सुरेंद्र वाला की पोती ने बेहद अहम जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि खेतों में एक बावड़ी थी, जिसके अंदर कमरे बने हुए थे, खेती के समय लोग उसमें आराम करते थे। मेरे पिता ने खेत किसी को बेच दिया था, लेकिन बावड़ी नहीं। हमने यह खेत बदायूँ के अनेजा जी को बेचा था,
मुझे नहीं पता कि उन्होंने इसे किसे बेचा। हम 5 बहनें हैं, अगर हमें मिल जाएगा तो हम इसे संरक्षित कर लेंगे, अगर सरकार रखना चाहती है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। हमने इसे 1995 के बाद बेच दिया था। बेचने के बाद हम यहां कभी नहीं आए।”
Sambhal Stepwell पर जिला अधिकारी ने क्या कहा?
Sambhal Stepwell मिलने पर डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि “यह मामला कल जनसुनवाई के दौरान हमारे संज्ञान में लाया गया। नगर पालिका की टीम ऊपरी मिट्टी हटा रही है। वर्तमान में केवल 210 वर्ग मीटर ही बाहर है और बाकी पर कब्जा है।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी”। वहीं नगर पालिका चंदौसी के कार्यकारी अधिकारी कृष्ण कुमार सोनकर कहते हैं कि “जैसे ही हमें पता चला कि यहां एक बावड़ी है, हमने यहां खुदाई का काम शुरू कर दिया… हम इसे पुनर्स्थापित करने की पूरी कोशिश करेंगे।”