UP Encounter: उत्तर प्रदेश के झांसी में गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का एनकाउंटर कर दिया। झांसी पुलिस आज दोनों के शवों को उनके परिजनों को सुपुर्द करेगी। वहीं, शूटर गुलाम की मां और उसके भाई ने उसका शव लेने से मना कर दिया है। गुलाम की मां और भाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम हमेशा चाहते थे कि वे सही रास्ते पर चले और खूब नाम कमाए, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी। दूसरी ओर अतीक अहमद के बेटे असद का शव उसके नाना को सुपुर्द किया जाएगा।
मां ने शव लेने से किया इनकार
वहीं, शूटर गुलाम की मां खुशनुदा ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि- ‘जितने भी गंदा काम करने वाले हैं वह जिंदगी भर याद रखेंगे। हमारे हिसाब से (UP-STF ने) गलत नहीं किया। तुमने किसी को मारकर गलत किया और जब तुम्हारे पर कोई आया तो हम उसको गलत कैसे कहें? मां खुशनुदा ने कहा कि मैं शव को नहीं लूंगी। उसकी पत्नी का उन पर हक है, मैं उसको मना नहीं कर सकती। गुलाम की मां ने कहा कि मैं अपनी जिम्मेदारी लेती हूं कि हम नहीं लेंगे।
#WATCH जितने भी गंदा काम करने वाले हैं वह ज़िंदगी भर याद रखेंगे। हमारे हिसाब से (UP-STF ने) गलत नहीं किया। तुमने किसी को मारकर गलत किया और जब तुम्हारे पर कोई आया तो हम उसको गलत कैसे कहें?… मैं शव को नहीं लूंगी। उसकी पत्नी का उन पर हक है, मैं उसको मना नहीं कर सकती। मैं अपनी… pic.twitter.com/E4qYPoBosN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2023
हम शव लेने नहीं जाएंगे-गुलाम
गुलाम के भाई ने कहा कि एसटीएफ की तरफ से एनकाउंटर की कार्रवाई सही है। उसने बहुत ही जघन्य काम किया है और इसका हम समर्थन नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम गुलाम का शव लेने नहीं जाएंगे। राहिल ने कहा कि इस बात की जानकारी हमने थाना अधिकारी को भी दे दी है। कोई अगर इस तरह का जघन्य काम करता है तो आप उसका समर्थन कैसे कर सकते हैं?
ये भी पढ़ें: Asad Ahmed Encounter: असद एनकाउंटर पर बोलीं उमेश पाल की मां, कहा- ‘ये मेरे बेटे को श्रद्धांजलि है’
शव लेने नहीं पहुंचा परिवार
वहीं, दूसरी ओर माफिया असद अहमद के बेटे को प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। जानकारी के अनुसार उसकी कब्र खोदी जा रही है। कसारी मसारी कब्रिस्तान में ही अतीक के पिता और मां की भी कब्र है। इन दोनों के पास ही अतीक अहमद के बेटे असद को दफनाया जाएगा। गौर हो कि असद अहमद का शव लेने के लिए उसके नाना और उसकी मौसी झांसी जा रहे थे, लेकिन पुलिस कार्रवाई की डर से वे रास्ते में ही रुक गए हैं।