UP News: देश की राजधानी दिल्ली के निकटवर्ती क्षेत्रों को नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) कहा जाता है। इसमें नोएडा, गुड़गांव व गाजियाबाद के विभिन्न हिस्सें आते हैं। NCR क्षेत्रों की चमक-धमक अन्य इलाकों से हट कर होती है और यहां की चका-चौंध लोगों को तेजी से अपनी ओर आकर्षित करती है। उत्तर प्रदेश (UP News) की योगी सरकार ने भी NCR के तर्ज पर ही राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) व राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCRDA) का गठन किया है।
यूपी सरकार के इस फैसले को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंजूरी भी दे दी है और इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। बता दें कि SCR में यूपी की राजधानी लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, रायबरेली, बाराबंकी व उन्नाव जैसे जिले शामिल होंगे। दाला किया जा रहा है कि SCRDA की कार्य प्रणाली शुरू होने के साथ ही SCR के विभिन्न इलाकों की तस्वीर तेजी से बदली जा सकेगी और लोग इन इलाकों की ओर आकर्षित हो सकेंगे।
NCR के तर्ज पर SCR का गठन
उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के तर्ज पर ही राज्य राजधानी क्षेत्र (SCR) का गठन किया है। SCR में विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCRDA) का गठन भी किया है। जानकारी के मुताबिक SCRDA का मुख्यालय राजधानी लखनऊ (Lucknow) में ही स्थापित किया जाएगा जबकि SCR क्षेत्र में शामिल अन्य जिलों के लिए क्षेत्रीय कार्यालय बनाए जाएंगे जिससे कि लोगों को सुविधा मिल सके।
SCR का कुल क्षेत्रफल 27826 वर्ग किमी होगा और इसमें राजधानी लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, रायबरेली, बाराबंकी व उन्नाव जैसे जिले शामिल होंगे। क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो सबसे बड़ा इलाका हरदोई का होगा जिसका क्षेत्रफल 5986 वर्ग किमी होगा। जबकि सीतापुर 5743 वर्ग किमी, बाराबंकी 4602 वर्ग किमी, उन्नाव 4558 वर्ग किमी, लखनऊ 2528 वर्ग किमी और रायबरेली का क्षेत्रफल 4609 वर्ग किमी का होगा।
योगी सरकार बदलेगी SCR की तस्वीर
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित किए गए SCR के विकास के लिए गठित किए गए राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCRDA) के अध्यक्ष सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे। जबकि मुख्य सचिव शासन को उपाध्यक्ष बनाया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि SCR में NCR के तर्ज पर विकास कार्यों को रफ्तार देकर इसकी तस्वीर बदली जाएगा और मेट्रो समेत अन्य विकास कार्यों का तेजी से विस्तार किया जाएगा।