UP News: उत्तर प्रदेश में शनिवार देर रात सरकार ने चार वरिष्ठ आईएएस (IAS) अधिकारियों का फेरबदल करते हुए तबादला कर दिया। देखा जाए तो अक्सर सरकारें अपने अनुसार अफसरों का तबादला करती आई हैं। ऐसे में सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश की सरकार ने शासन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ (दुरुस्त) बनाने के लिए ऐसा किया है। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार किसी भी कीमत पर शांति व्यवस्था स्थापित करने कोशिश में जुटी हुई है। आइए जानते हैं, कि आखिरकार किन बड़े आईएएस अफसरों का फेरबदल किया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 4 अफसरों का किया तबादला
खबरों की मानें तो 8 जुलाई (शनिवार) की रात प्रदेश के 4 वरिष्ट आईएएस अफसरों का तबादला कर दिया गया है। देखा जाए तो इसमें कमिश्नर से लेकर अपर सचिव तक का फेरबदल किया गया है। जानकारी के मुताबिक जिन 4 बड़े अफसरों का फेरबदल किया गया है, उसमें सबसे बड़ा नाम गोरखपुर के मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी का है। रवि कुमार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण का सीईओ बनाया गया है।
वहीं दूसरे नंबर पर आईएएस रविंद्र को सचिव नगर विकास बनाया गया है। जबकि उसी (सचिव नगर विकास) पद पर पहले से पदस्थ अधिकारी रंजन कुमार का तबादला सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के पद पर हुआ है। वहीं गोरखपुर के डीएम (DM) कृष्णा करुणेश को मंडलायुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
सरकार अक्सर करती है अफसरों का तबादला
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा जब कोई सरकार आईएएस अफसर का तबादला कर रही हो। इतिहास उठाकर देखें तो सभी सरकारें अपने अनुसार अफसरों का तबादला करती आई हैं।इंडिया टीवी के शो ‘आप की अदालत’ में बसपा सुप्रीमो मायावती ने पत्रकार रजत शर्मा को जवाब में कहा था, कि अमूमन जब सरकारें बदलती है, तो ऐसा करना पड़ता है।
दरअसल पत्रकार रजत शर्मा ने बसपा सुप्रीमो मायावती से यह प्रश्न पूछा था, कि क्या अपने एक दिन में 200 अफसरों का तबादला की थीं। तब बसपा सुप्रीमो ने कहा था यह झूठा आरोप है। यह बात बिल्कुल गलत है।
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