UP News: भारत एक कृषि प्रधान देश है और आज भी देश की आधी से ज्यादा आबादी अपनी आय के लिए खेती पर निर्भर है। यही वजह है कि हमारे देश में केन्द्र के साथ राज्य की सरकारें, किसानों के हित में समय-समय पर कई तरह के स्कीम लॉन्च करती हैं और उन्हें लाभ प्रदान करती हैं। इसी क्रम में एक खास योजना है पीएम कुसुम योजना, जिसको लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं। केन्द्र सरकार की पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को खेतों में सिंचाई हेतु सोलर पंप इंस्टाल करने के लिए 90 फीसदी की सब्सिडी दी जाती है।
पीएम कुसुम योजना का लक्ष्य सिंचाई के लिए हरित ऊर्जा को बढ़ावा देकर, किसानों को सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई प्रणाली अपनाने के लिए जागरुक करना है। यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार भी किसानों को इस योजना के तहत 551 करोड़ की सब्सिडी देकर कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाती नजर आ है। सराकार का दावा है कि उनके इस पहल से टिकाऊ कृषि पद्धतियों को समर्थन मिल रहा है और किसान सशक्त हो रहे हैं। ऐसे में आइए हम आपको पीएम कुसुम योजना और इसको लेकर यूपी सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बारे विस्तार से बताते हैं।
UP सरकार की खास पहल
उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी, किसानों के हितों को लेकर बेहद सजग नजर आ रही है। इसी क्रम में यूपी सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि पीएम कुसुम योजना के तहत राज्य के 50000 से अधिक किसान, अपने खेतों के लिए सौर ऊर्जा संचालित सिंचाई प्रणाली को अपनाएंगे। इसके तहत किसान अपने खेतों में डीजल पम्प और अन्य खेती उपयोगी पम्पों के बदले सोलर पंप लगाया जाएगा।
यूपी सरकार (UP Govt) की ओर से ये भी स्पष्ट किया गया है कि, किसानों द्वारा सिंचाई के लिए सोलर पंप लगाने पर सराकर उन्हें 90 फीसदी तक की रकम सब्सिडी के रूप में वापस करेगी। इसके लिए योगी सरकार की ओर से कुल 551 करोड़ रुपये की सब्सिडी जारी करने की योजना है। दावा किया जा रहा है कि योगी सरकार की ये पहल टिकाऊ कृषि पद्धतियों का समर्थन करती है और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाती है। ध्यान देने योग्य बात ये हैं कि पीएम कुसुम योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को 2 हॉर्सपावर से लेकर 10 हॉर्सपावर तक की क्षमता वाले सोलर पंप लगवाने होंगे। इसकी कीमत 1.71 लाख रुपये से शुरू होकर 5.60 लाख तक है।
पीएम कुसुम योजना
केन्द्र सरकार द्वारा, किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए मार्च 2019 में पीएम कुसुम योजना को लॉन्च किया गया था। इस योजना के तहत कृषि क्षेत्र को सिंचाई और डी-डीजलीकरण के लिए स्रोत प्रदान करने का लक्ष्य है। इसके जरिए खेतों में सिंचाई के लिए डीजल पंप या अन्य उपयोगी पम्पों के बजाय सोलर पंप लगाने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार का दावा है कि इससे सोलर उत्पाद व हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा और किसान पहले की तुलना में ज्यादा सशक्त हो सकेंगे।