UP News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है, जहां महज 14 दिनों का एक बच्चा प्रेग्नेंट हो गया। जी हां आपने सही सुना, सिर्फ 14 दिनों का एक बच्चा प्रेंगनेट हो गया, लेकिन बच्चा सिर्फ प्रेग्नेंट नहीं हुआ बल्कि उसके बच्चे के पेट में तीन भ्रूण होने की पुष्टि हुई। जिसने डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया। हालांकि चिकित्सकों ने बच्चे का सफल ऑपरेशन कर बच्चे के पेट से तीनों भ्रूण निकाल लिए।
तीन घंटों की मशक्कत के बाद बच्चे के पेट से निकाले गए भ्रूण
दरअसल, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डॉक्टरों की एक टीम ने 14 दिन के बच्चे का ऑपरेशन कर उसके पेट से तीन भ्रूण को बाहर निकाला। जानकारी के मुताबिक सात स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे के पेट से भ्रूण को बाहर निकाला है। ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के जन्म के समय बच्चे का वजन 3.3 किलोग्राम था, लेकिन ऑपरेशन के बाद बच्चे का वजन घटकर 2.8 किलोग्राम हो गया।
अल्ट्रासांउड में हुई भ्रूण की पुष्टि
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के डॉक्टर शेत कच्छप ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह मामला मऊ जिले का है। उन्होंने बताया कि चार दिन पहले मऊ जिले के रहने वाले दंपति अपने 10 दिन के बच्चे को लेकर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय लेकर आए। परिजनों ने बताया कि बच्चे के पेट में सूजन है और सांस लेने में दिक्कत आ रही है। जिसके बाद अल्ट्रासाउंड कराया गया तो पेट में भ्रूण होना सामने आया, लेकिन फिर डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि के लिए सीटी स्कैन कराया, जिसके बाद पेट में भ्रूण होने की पुष्टि हुई।
5 लाख में एक बच्चे को होती है ऐसी बीमारी
बीएचयू के डॉक्टरों ने बताया कि पहले बच्चे का तीन दिनों तक इलाज किया गया। इसेक बाद ऑपरेशन किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि पेट से भ्रूण अलग-अलग अवस्था में ऑपरेशन कर निकाले गए। डॉक्टर ग्रीष्मा ने बताया कि यह बीमारी बहुत रेयर होती है। यह बीमारी 5 लाख बच्चों में से सिर्फ एक बच्चे में होती है। बच्चे के पेट में भ्रूण मां की प्रेग्नेसी के दौरान ही आ जाता है। हालांकि वह विकसित नहीं हो पाता है।
अस्पताल ने फ्री में किया बच्चे का ऑपरेशन
बता दें कि बच्चे का ऑपरेशन सर सुंदरलाल अस्पताल के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम ने किया। यह ऑपरेशन में डॉक्टर रुचिरा की नेतृत्व में किया गया।डॉक्टर रुचिरा के साथ डॉक्टर शेत कच्छप, डॉक्टर चेतन,डॉक्टर ग्रीष्मा और एनस्थीिसया डॉक्टर अमृता,डॉक्टर आभा और डॉक्टर रितिक की टीम ने ऑपरेशन को सफल बनाया। बता दें कि सर सुंदरलाल अस्पताल ने बच्चे के ऑपरेशन की कोई फीस नहीं ली।