UP News: उत्तर प्रदेश की सबसे चर्चित लोक सभा सीटों में से एक आजमगढ़ लोक सभा सीट पर आज अद्भुत नजारा देखने को मिला। दरअसल सपा प्रमुख व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव आज आजमगढ़ में लोक सभा सीट आजमगढ़ व लालगंज के लिए चुनावी प्रचार करने पहुंचे थे। इसी दौरान जनसभा में आई भीड़ अनियंत्रित हो गई और माहौल एकदम से भगदड़ मचने जैसा हो गया।
अंतत: अखिलेश यादव मोर्चा संभालते नजर आए और उन्होंने अनियंत्रित भीड़ से अपने-अपने स्थान पर बैठ जाने की अपील की। उन्होंने लोगों से ये भी कहा कि अब शांत हो जाएं और चुनावी जनसभा संबोधन को सुने।
चुनावी जनसभा के बीच मची भगदड़
यूपी की आजमगढ़ लोक सभा सीट समाजवादी पार्टी की गढ़ मानी जाती है। अखिलेश यादव खुद भी आजमगढ़ से लोक सभा का चुनाव जीत चुके हैं। इसी क्रम में अबकी बार आजमगढ़ लोक सभा सीट से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेन्द्र यादव को सपा ने चुनावी मैदान में उतारा है।
पूर्व सीएम आज धर्मेन्द्र यादव के समर्थन में ही चुनावी जनसभा को संबोधित करने आजमगढ़ पहुंचे थे जहां भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से इस संबंध में एक वीडियो जारी किया गया है जिसमे जनसभा स्थल पर आई भीड़ को भागते देखा जा सकता है। अखिलेश यादव खुद भी अंतत: मंच पर आकर लोगों से भगदड़ को नियंत्रित करने की अपील करते नजर आते हैं। मंच पर अखिलेश यादव के साथ उनकी पत्नी डिंपल यादव भी मौजूद थीं।
आजमगढ़ में BJP पर बरसे पूर्व CM
यूपी के आजमगढ़ में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने भाजपा पर करारा प्रहार बोला है।
अखिलेश यादव ने कहा कि “पिछले 10 वर्षों में बीजेपी ने उद्योगपतियों के 25 लाख करोड़ रुपये कर्ज माफ किए हैं। अगर बीजेपी ने बड़े उद्योगपतियों के ऋण माफ किए हैं तो 4 जून के बाद, जब इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो हम गरीबों, किसानों और गांवों में रहने वाले लोगों का कर्ज माफ करेंगे।”
आजमगढ़ में कड़ा है चुनावी मुकाबला
आजमगढ़ लोक सभा सीट पर चुनावी मुकाबला बेहद कड़ा नजर आ रहा है। दरअसल इस सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। हालाकि 2022 लोक सभा के उपचुनाव में दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने सपा के धर्मेन्द्र यादव को मात दे दी थी। दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ एक बार फिर लोक सभा चुनाव 2024 में भाजपा के टिकट पर अपने प्रतिद्वंदी धर्मेन्द्र यादव के खिलाफ आजमगढ़ से चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में 4 जून को ये देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी परिणाम किसके पक्ष में जाता है।