UP News: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चल रही सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयासरत नजर आती है। यही वजह है कि राज्य की अर्थव्यवस्था को लगातार पंख लगे हैं और आज परिणाम स्वरुप यूपी की इकॉनमी में 9 लाख करोड़ रुपये का इजाफा देखने को मिला है।
उत्तर प्रदेश की इकॉनमी में दर्ज किए गए इस इजाफे के बाद सीएम योगी ने एक बार फिर वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को लेकर स्पष्ट मत रखा है। उन्होंने सूबे में वित्त विभाग के सभी प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक कर कहा है कि अर्थव्यवस्था की इस रफ्तार को दुगना किया जाए व निजी के साथ सार्वजनिक क्षेत्र में भी निवेश को बढ़ाया जाए। यूपी सरकार का दावा है कि अगले 5 वर्षों में वृद्धि दर को दुगना कर वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा।
UP की अर्थव्यवस्था को लगे पंख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ती नजर आई है। ताजा जानकारी के अनुसार 2020-21 से 2023-24 के बीच में प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 16.45 लाख से बढ़ कर 25.48 लाख रुपये तक पहुंच गया है।
यूपी सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के लिहाज से देखें तो इन 4 वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था करीब 9 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ी है। दावा किया जा रहा है कि अर्यव्यवस्था में इजाफे का ये क्रम आगामी वर्षों में भी जारी रहेगा और सरकार इकॉनमी के लिहाज से एक नई इबारत लिखेगी।
वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी का लक्ष्य
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन (10 खरब) डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखती है। इसी क्रम में सूबे के सीएम की ओर से स्पष्ट किया गया है कि राज्य के निजी व सार्वजनिक क्षेत्रों में निवेश को बढ़ाना होगा जिससे कि वृद्धि दर तेजी से बढ़े और सकल घरेलू उत्पाद में इजाफा हो।
सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि राज्य के सभी जिलों में डिजीटल क्रॉप सर्वे को लागू किया जाए। इससे दलहन के साथ मूंगफली, दुग्ध, गन्ना, धान, गेहूं व तिलहन समेत अन्य कृषि उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा और कृषि सेक्टर में मजबूती के साथ राज्य की अर्थव्यवस्था को बल मिल सकेगा।