UP News: लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान के दौरान विपक्ष की ओर से ‘खटाखट’ शब्द का भरपूर इस्तेमाल किया गया था। बिहार की बात करें तो राष्ट्रीय जनता दल (RJD) खटाखट का इस्तेमाल कर नौकरी देने का दावा करती थी तो वहीं कांग्रेस भी चुनाव जीतने के बाद महिलाओं को हजारों रुपये देने का वादा कर रही थी। हालाकि विपक्ष चूक गया और ‘खटाखट’ का इस्तेमाल अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का खटाखट अंदाज देखने को मिला है। उन्होंने आज उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के माध्यम से विभिन्न पदों पर चयनित 1036 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र वितरित किया है। सीएम योगी ने इस दौरान तंज भरे लहजे में कहा कि “युवाओं को नियुक्ति पत्र बंट रहा है यही असली खटाखट है। वह नहीं जो अप्रैल-मई में सुनने को मिल रहा था।” (UP News)
हजारों अभ्यर्थियों को बंटे नियुक्ति पत्र
उत्तर प्रदेश में आज हजारों अभ्यर्थियों के चेहरे खुशी से खिल गए हैं और इसकी खास वजह है उन्हें नियुक्ति पत्र मिलना। दरअसल यूपी की राजधानी लखनऊ में स्थित लोकभवन में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की उपस्थिति में 1036 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र वितरित किए गए।
यूपी सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक ये सभी अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के माध्यम से आयोजित की गई भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत चयनित हुए थे। नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि “आपकी ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ यूपी को प्राप्त होगा, इसी कामना के साथ मेरी ओर से सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।”
CM Yogi का खटाखट अंदाज!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज लोकभवन में UPSSSC से चयनित हजारों अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देते हुए विपक्ष पर भी जमकर निशाना साधा। सीएम योगी ने कहा कि “युवाओं को नियुक्ति पत्र बंट रहा है और यही असली खटाखट है। वह नहीं जो अप्रैल-मई में सुनने को मिल रहा था। ना महीने के 8500 मिले और ना साल के 1 लाख। खटाखट वाले पिकनिक मनाने निकल पड़े हैं।” सीएम योगी का ये कथन इशारों-इशारों में ही विपक्ष के लिए कसे गए तंज के समान था।
सीएम योगी ने ये भी कहा कि “आज यूपी का नाम लेने पर लोग सम्मान देते हैं और यह पहचान आसानी से नहीं बदली है। इसके लिए कठोर से कठोर निर्णय लिए गए और जनता के आशीर्वाद से यह संभव हुआ है। आज लोग उत्तर प्रदेश में लौटकर नौकरी कर रहे हैं और उद्योग जगत को भी बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं।”