UP Nikay Chunav 2023:यूपी के निकाय चुनावों को लेकर भाजपा ने एक बड़ा एलान कर दिया है। पार्टी इन निकाय चुनावों में किसी भी सांसद,मंत्री तथा विधायक के संबंधियों को टिकट नहीं देगी। कल सोमवार 10 अप्रैल 2010 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर हुई एक बैठक में इस बात का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि जिन मंत्रियों को प्रभार सौंपे गए हैं, वह केवल जिताऊ उम्मीदवार पर नजर रखने का फैसला करें। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीएम ने बैठक में शामिल मंत्रियों से फीडबैक भी लिया और सुझाव भी दिए। बैठक में कहा कि प्रभारी मंत्री सुनिश्चित करें कि कोई भी उम्मीदवार टिकट न मिलने पर असंतुष्ट न होने पाए। मन लगाकर पार्टी का काम करते रहें।
कई मौजूदा मेयर का कट सकता है टिकट
जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने इस बार निकाय चुनावों में टिकट बांटने की प्रक्रिया में पारदर्शिता और संगठनात्मक रखने पर ध्यान रखा है। पार्टी कुल 762 निकायों में 17 नगर निगमों पर जीत की रणनीति बनाते हुए आगे बढ़ना चाहती है जिसमें वह जनता पर पकड़ रखने वालों को टिकट देने पर ध्यान दे रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार बीजेपी अपने मौजूदा 14 में से 11 मेयरों के टिकट काट सकती है। जिसकी कुछ वजह तो ओबीसी का आरक्षण का लागू होना है और कुछ प्रदर्शन के आधार पर टिकट कट सकते हैं।
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प्रदेश अध्यक्ष बोले-टिकट न मिलने पर असंतुष्ट न हों
बैठक में मौजूद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रभारी मंत्रियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि हमारा पहला लक्ष्य पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों में कुल 762 में अधिक से अधिक सीटें जीतकर आए। इसलिए जीतने योग्य उम्मीदवारों को ही टिकट दिया जाए। जिन लोगों को टिकट नहीं मिला, वे असंतुष्ट न होने पाएं और पार्टी के लिए काम करने को प्रोत्साहित करने के प्रयास करते रहें। जानकारी के मुताबिक नंद गोपाल नंदी और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक अपनी पत्नी के लिए मेयर टिकट चाहते थे। पार्टी का यह फैसला दोनों के लिए एक बड़ा झटका है।
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