UP Police Deepfake AI fraud: इन दिनों दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते उपयोग को लेकर काफी चर्चा है। तकरीबन हर क्षेत्र में AI टेक्नोलॉजी की बदौलत लोगों का काम आसान हो गया है और इसका जमकर उपयोग कर रहे हैं। ये बात सही है कि इस टेक्नोलॉजी ने जीवन को आसान बना दिया है लेकिन अब दुरुपयोग के रूप में एआई के जरिए साइबर क्राइम के काफी मामले सामने आने लगे हैं। AI टूल्स का इस्तेमाल करके ऑनलाइन ठगी, स्कैम, धोखाधड़ी आदि के भी कई मामले सामने आने लगे हैं। साइबर फ्रॉड अब डीपफेक एआई तकनीक की मदद से बिल्कुल अनोखे अंदाज में झांसा देकर आम लोगों से ठगी, धोखाधड़ी को अंजाम देने में जुटे हैं। ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसे अपने संज्ञान में लिया है।
AI के जरिये हो रहे ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने को जारी की चेतावनी
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीते दिन नागरिकों को डीपफेक एआई के जरिये होने वाले ऑनलाइन धोखाधड़ी, फ्रॉड व अन्य नुकसान से बचाने के लिए एक चेतावनी जारी की है। सोशल मीडिया के जरिये जारी संदेश में यूपी पुलिस ने कहा है, ‘𝐀𝐈 के जरिये ऑनलाइन धोखाधड़ी के नए तरीकों व फरेब से सावधान रहें। डीपफेक और ऑनलाइन धोखाधड़ी के इस युग में, साइबर फ्रॉड अक्सर जरूरतमंद रिश्तेदारों, परिचितों की हूबहू नकल करके और एआई जेनरेटेड आवाज का करुणामयी तरीके से इस्तेमाल करके लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।” यूपी पुलिस का कहना है कि डीपफेक एआई के जरिये होने वाली धोखाधड़ी को लेकर बड़े पैमाने पर जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है। इस तरह की धोखाधड़ी दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। डीपफेक एआई के जरिये होने वाली ठगी एक प्रमुख ऑनलाइन धोखाधड़ी का रूप ले चुकी है।
यूपी पुलिस ने डीपफेक एआई से बचने के निर्देश किए जारी
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आम लोगों को डीपफेक एआई के जरिये हो रही धोखाधड़ी, फ्रॉड के बारे में बताने के लिए अपने ट्विटर (अब एक्स) अकाउंट पर एक वीडियो ट्वीट किया है। यूपी पुलिस के इस में ट्वीट एक वीडियो जारी कर दर्शाया गया है कि कैसे आजकल जालसाज यानी साइबर फ्राड लोगों को उनके परिवार के सदस्यों, दोस्तों आदि के ऑडियो, वीडियो और तस्वीरों का उपयोग करके धोखाधड़ी करने के लिए डीपफेक एआई का उपयोग करते हैं। डीपफेक एआई तकनीक का उपयोग करके ऑनलाइन फ्रॉड करके वाले किसी भी व्यक्ति का चेहरा, आवाज, ऑडियो, वीडियो और फोटो तैयार करते हैं और फिर करुणामयी तरीके से रुपये-पैसे की मांग करने के लिए उनके दोस्तों और परिवार को कॉल करते हैं।
ऐसे जालसाज व्यक्ति को समझाने के लिए वीडियो कॉल का सहारा लेते हैं ताकि उक्त व्यक्ति आश्वस्त हो जाए और उन्हें पैसे ट्रांसफर कर दे। हाल में ऐसे कई स्कैम सामने आए हैं जो AI टूल्स का इस्तेमाल करके अंजाम दिए गए हैं। यूपी पुलिस की ओर से जारी इस वीडियो में ऐसे स्कैम से बचने के टिप्स भी दिए गए हैं, जिनसे आपको ऐसे स्कैम, फ्रॉड से सुरक्षित रहने व बचने में मदद मिलेगी। नीचे वीडियो देखें:-
यूपी में साइबर फ्रॉड के शिकार कर सकते हैं शिकायत
उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल में साइबर क्राइम के शिकार लोगों को राहत देने के लिए एक अच्छी पहल की है। यूपी पुलिस के साइबर क्राइम सेल के अधिकारियों के अनुसार, सावधानी बरतने पर ऑनलाइन धोखाधड़ी या साइबर फ्रॉड का शिकार होने से बचा जा सकता है। इस समय पूरे उत्तर प्रदेश में 8 जोन में कुल 18 साइबर क्राइम थाने मौजूद हैं। हर पुलिस रेंज में एक डेडिकेटेड साइबर क्राइम पुलिस सेंटर को स्थापित किया गया है। जहां कोई भी ऑनलाइन धोखाधड़ी या स्कैम का शिकार व्यक्ति वहां जाकर केस रजिस्टर कर सकता है। इसके साथ ही, ऑनलाइन धोखाधड़ी से संबंधित किसी शिकायत को दर्ज कराने के लिए इन सभी साइबर थानों के नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। इन थानों के लिए अलग से मोबाइल नंबर जारी किए गए हैं। इसके माध्यम से ऑनलाइन ठगी का शिकार व्यक्ति संबंधित क्षेत्र के साइबर क्राइम थाने के नंबर पर या 1930 नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले इन दिनों ठगी के नए तरीके का इस्तेमाल कर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे में आम लोगों को इन साइबर फ्रॉड के चंगुल से बचाने को लेकर योगी सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है। इसी के तहत यूपी पुलिस आजकल साइबर जालसाजों पर शिकंजा कसने में जुटी है।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।