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UP Politics: पिछड़ों को लेकर क्यों SP-BSP पर बरसे ओमप्रकाश राजभर, 2000 रूपए की नोटबन्दी को लेकर भी दिया बड़ा बयान

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UP Politics: देश मे रिजर्व बैंक ने एक बार फिर 2000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करने का फरमान सुना दिया है। जिसकी प्रक्रिया चल रही है। लेकिन इसके बाद से स्वाभाविक रूप से इस फैसले को लेकर राजनीति भी गरमाई हुई है। प्रमुख विपक्षी एक बार फिर केंद्र सरकार पर चुटकी ले रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश के एक प्रमुख विपक्षी नेता सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी इस मुद्दे पर एक कदम आगे जाकर बयान दिया है। सुभासपा प्रमुख शुक्रवार को गाजीपुर दौरे पर थे। वहां उन्होंने 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने के फैसले का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा है कि सरकार को 500 और 200 के भी नोट बन्द कर देने चाहिए।

राजभर ने साधा अखिलेश पर निशाना

बता दें ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव पर उनके बीजेपी पर दिए बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि आप तमिलनाडु और बिहार में प्रचार करने क्यों गए थे? हम तो कहते हैं तो वह कहते हैं कि हमें आपकी सलाह की आवश्यकता नहीं। मतलब “वो करें तो रासलीला, हम करें तो करेक्टर ढीला” । देख लीजिए राहुल गांधी ने भाजपा के नक्शे कदम पर चलते हुए सेम टू सेम कर्नाटक में सरकार बना भाजपा को झकझोर दिया। मसलूम हो अखिलेश ने कर्नाटक में भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान को लेकर तंज कसा था और दावा किया था कि भाजपा के सांसदों और विधायकों के जनता का काम न करने के कारण बाहर से मंत्रियों को चुनाव प्रचार के लिए बुलाया था।

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बसपा सुप्रीमो और सपा प्रमुख को घेरा

सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने कहा कि यूपी में पिछड़ों के 2 सबसे बड़े दुश्मन हैं अखिलेश यादव और मायावती। उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं ने अपने अपने निज हितों को साधने के लिए पिछड़ों को हमेशा हासिए पर रखा। जहां सपा ने पिछड़ों के नाम पर गैर यादव पिछड़ो का शोषण किया तो मायावती ने सर्वजन हिताय के नारे के साथ छलावा किया।

500 और 200 को भी बन्द करें

उन्होंने कहा कि सरकार को पता है कि रिश्वत और भ्रष्टाचार में बड़े नोटों के दम पर फलीभूत है। देश मे इन 2000 क्या 500 और 200 के नोट भी बंद होने चाहिए। इससे ही भ्रष्टाचार पर सही मायने में रोक लगेगी। हमारा मानना है कि यदि कोई अधिकारी 10 लाख रुपए की घुस मांगे तो 100-100 रुपये के रूप में ही ले सकेगा। तब उसे बोरे में भरकर लेने पड़ेंगे और बोरे में भरकर ही ले जाने पड़ेंगे।

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