UP Roadways Bus: उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग दूसरे राज्य में सफर करते है। इस दौरान लोगों द्वारा सबसे ज्यादा उपयोग करने वाला साधन है ट्रेन और बस, क्योंकि ट्रेन में टिकट उपलब्ध नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में लोग UP Roadways Bus से यात्रा करते है। सरकारी बसें कम होने के कारण प्राइवेट बस वाले लोगों से मनमाना किराया वसूलते है। वहीं अब उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम ( यूपीएसआरटीसी) जल्द प्रदेशावसियों को खुशखबरी देने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार UPSRTC अगले साल यूपी के कानपुर से कई राज्यों के लिए सरकारी बसें चलाने की योजना बना रही है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सकें।
इन राज्यों के लिए चलाई जाएंगी बसे – UP Roadways Bus
आपको बता दें कि क्षेत्रीय प्रबंधन विभाग ने UPSRTC को एक पत्र लिखकर कई रूटों पर सरकारी बसें चालाने का प्रस्ताव भेजा गया है। जानकारी के अनुसार UP Roadways Bus कानपुर से राजस्थान, कानपुर से दिल्ली, कानपुर से वाराणसी और कानपुर से देहरादून के बीच चल सकती है। माना जा रहा है कि इसका परिचालन अगले साल यानि 2025 के पहले महीने में शुरू हो सकता है। वहीं अगले साल प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ को देखते हुए इस फैसले पर जल्द मुहर लग सकती है।
प्रदेशवासियों को कैसे होगा फायदा – UP Roadways Bus
मालूम हो कि अभी यूपी की राजधानी लखनऊ से देश के अन्य राज्यों के लिए बसें चलाई जाती है। जिसके कारण लखनऊ को भारी भीड़ का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर कानपुर बस अड्डे से अन्य राज्यों के लिए बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा तो कानपुर और आसपास के लोग आसानी से बस सेवा का फायदा उठा सकेंगे। इसके अलावा उन्हें कहीं और जानें की जरूरत नहीं होगी। वहीं सबसे खास बात यह है कि UPSRTC को जो प्रस्ताव भेजा गया है उनमे एसी बसें भी शामिल है। यानि व्यक्ति आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य में सफर कर सकेंगे। इसके अलावा सरकारी बस होने के कारण प्राइवेट बसों की तरह किराये को लेकर किसी प्रकार की मनमानी नहीं होगी।
महाकुंभ में UPSRTC चलाएगी कई हजार बसें
12 साल बाद प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ को लेकर तैयारियां तेजी से की जा रही है। बता दें कि 45 दिन चलने वाले इस भव्य महाकुंभ की शुरूआत 13 जनवरी 2025 को होगी और 26 फरवरी के दिन इसका समापन हो जाएगा। जानकारी के अनुसार इस महाकुंभ में UPSRTC द्वारा 7 हजार से अधिक बसें चलाई जाएगी। अगर आसान भाषा में कहे तो यूपी के हर कोने से UPSRTC बसें चलाने की सोच रही है, जिससे महाकुंभ में पहुंचना आसाना हो जाएगा। इसकी अलावा महाकुंभ में देश, विदेश से 40 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है।