Uttarakhand News: प्राइवेट स्कूलों के तरह ही अब सरकारी स्कूलों में भी छात्राओं को सारी सुविधा प्रदान के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है ताकि बच्चों का उच्च शिक्षा मिल सके और उनका भविष्य उज्जवल हो सके। वहीं इसके लिए नामीगिरामी कपनियां भी आगे आई है। इसी बीच देश की नामी कंपनियों में से एक दवा निर्माता कंपनी मैनकाइंड राज्य के 110 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट क्लास के रूप में विकसित करेगा। माना जा रहा है कि इससे छात्रों को और बेहतर सुविधा मिल सकेगी। आपको बता दें कि इसके लिए शिक्षा विभाग व निजी कंपनी के बीच समझौते पर हस्ताक्षर करने के साथ ही योजना को धरातल पर उतारने की तैयारी है।
शिक्षा महानिदेशक ने दी जानकारी
आपको बता दें कि इस विषय पर उत्तराखंड के शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने नवोदय टाइम्स से बात करते हुए बताया कि “वैसे तो शिक्षा विभाग की ओर से तमाम सरकारी स्कूलों में तमाम अत्याधुनिक शैक्षिक सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इसके लिए देश के निजी कंपनियों की भी मदद ली जा रही है। इसी कड़ी में देश की सबसे बड़ी दवाई निर्माता कंपनी में से एक मैनकाइंड ने सरकारी स्कूलों को स्मार्ट क्लास के रूप में विकसित करने का फैसला किया है”।
छात्रो को मिलेगी सभी प्रकार की सुविधा
निजी कंपनी की मदद से अभी राज्यों में 110 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट क्लास बनाया जा रहा है। स्मार्ट क्लास के तहत कक्षाओं में डि़जिटल बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके अलावा छात्रों को पानी, बिजली, वॉशरूम समेत तमाम बुनियादी सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके अलावा बंशीधर तिवारी ने आगे बताया कि स्मार्ट क्लास के साथ ही स्कूलों में छात्र छात्राओं को बैठने की अत्याधिक सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
सरकारी स्कूलों को स्मार्ट क्लास के जरिए जोड़ा जाएगा
शिक्षा महानिदेशक ने आगे बताया कि शिक्षा विभाग की तरफ से राज्य को तमाम सरकारी स्कूलों को स्मार्ट क्लास के जरिए जोड़ने की भी योजना बनाई जा रही है। इसके तहत किसी भी विषय के विशेषज्ञ द्वारा कही पर भी स्मार्ट क्लास के जरिए अध्यापन करने पर उससे जुड़े तमाम स्कूलों के बच्चों को भी पठन पाठन कराया जा सकेगा। गौरतलब है कि मैनकाइंड का यह काफी सराहनीय कदम माना जा रहा है।