Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों चहल-पहल का माहौल है। दरअसल चार धाम यात्रा 2024 के शुरू होने के बाद भारी संख्या में तीर्थयात्री उत्तराखंड पहुंच कर केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री व यमुनोत्री में दर्शन पूजन करना चाहते हैं। चार धाम यात्रा के दौरान ही भारी भीड़ व अव्यवस्था के कारण अब तक 11 भक्तों के मौत होने की खबर भी सामने आ चुकी है।
प्रशासन की ओर से गढ़वाल मंडल के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने इस संबंध में आज जांच के आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा है कि ऑफलाइन यात्री अपनी दी गई तारीख से पहले यात्रा कर रहे हैं जिससे यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि जल्द ही मामले की जांच कर यात्रियों को मैसेज के जरिए यात्रा से जुड़ा प्रत्येत विवरण दिया जाएगा।
मुश्किलों में श्रद्धालु
उत्तराखंड के सुदूर पर्वतीय इलाको में स्थित केदारनाथ धाम, बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। इसके तहत देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंच कर चार धाम यात्रा में शामिल होना चाहता हैं। हालाकि यात्रा के शुरू होने के साथ ही तीर्थयात्रियों को कई तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
गढ़वाल मंडल के कमिश्नर विनय शंकर पांडे की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार चार धाम यात्रा 2024 के दौरान अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इस संबंध में प्रशासन की ओर से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई जिसमे स्पष्ट किया गया कि ऑफलाइन यात्री अपनी दी गई तारीख से पहले ही यात्रा कर रहे हैं जिससे भीड़ बढ़ती नजर आ रही है।
प्रशासन की ओर से इस पूरे मामले में जांच के आदेश जारी किए गए हैं और साथ ही सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि यात्रियों को जहां भी रोका जा रहा है, वहां पर्याप्त संरचनाएं होनी चाहिए। इसके साथ ही यात्रियों को मैसेज के जरिए यात्रा से जुड़ी पूरी जानकारी दी जाए।
श्रद्धालुओं पर विशेष ध्यान
उत्तराखंड प्रशासन के साथ एसडीआरएफ के जवान भी चार धाम की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को प्रत्येक जरुरी चीजों की व्यवस्था की जा रही है जिसकी उन्हें जरुरत है।
इसी क्रम में केदारनाथ धाम में यात्रा पर आई एक महिला श्रद्धालु के पैर में फ्रैक्चर होने की सूचना मिली जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ ने उन्हें प्राथमिक उपचार देकर हेलीपैड पर लाया और उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा। प्रशासन का दावा है कि श्रद्धालुओं को किसी चीज की परेशानी ना हो इसका विशेष ख्याल रखा जा रहा है।