Char Dham Yatra 2024: उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों खूब भीड़ जुट रही है। दरअसल राज्य के अलग-अलग इलाको में लोग चार धाम यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री धाम पैदल यात्रा मार्ग पर चल रहे तीर्थयात्रियों को लेकर अहम निर्देश जारी किए हैं।
प्रशासन की ओर से उत्तरकाशी के डीएम मेहरबान सिंह बिष्ट ने स्पष्ट किया कि तीर्थयात्रियों की सुचारू, सुरक्षित और शांतिपूर्ण आवाजाही के लिए आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत एक आदेश पारित किया गया है। इसके अनुसार जानकी चट्टी से यमुनोत्री और यमुनोत्री धाम से जानकी चट्टी तक जाने वाले घोड़ों और खच्चरों की अधिकतम संख्या 800 निर्धारित की गई है। दावा किया जा रहा है कि प्रशासन के इस कदम से पैदल चलने वाले तीर्थयात्रियों को राहत मिल सकेगा।
अलर्ट मोड पर प्रशासन
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के संचालन को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इसी क्रम में तीर्थयात्रियों की सुगम आवाजाही को लेकर समय-समय पर आवश्यक निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने इसी क्रम में आज यमुनोत्री धाम की ओर पैदल यात्रा करने वालों यात्रियों के लिए अहम निर्देश जारी किए हैं। जिलाधिकारी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत अब जानकी चट्टी से यमुनोत्री और यमुनोत्री से जानकी चट्टी तक जाने वाले घोड़ों और खच्चरों की अधिकतम संख्या 800 होगी। इसके अलावा ये भी आदेश जारी हुए हैं कि पैदल मार्ग पर घोड़ों और खच्चरों की आवाजाही का समय सुबह 4 बजे से शाम 5 बजे तक ही होगा।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार चार धाम यात्रा की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसी क्रम में सीएम धामी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से जानकारी दी है कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है।
चार धाम यात्रा के दौरान ये कदम विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा मिल रहे फीडबैक के आधार पर उठाए जा रहे हैं ताकि ये धार्मिक यात्रा यात्रियों के लिए और सुगम बन सके।
सीएम धामी की ओर से ये जानकारी भी दी गई है कि अब केदारनाथ धाम में सभी तीर्थ यात्रियों को गर्भगृह तक जाकर दर्शन करने की अनुमति दी गई है।