Monday, December 23, 2024
Homeदेश & राज्यउत्तराखंडChardham Yatra 2023: इस दिन बंद होंगे बद्रीनाथ-केदारनाथ के कपाट, तय हुई...

Chardham Yatra 2023: इस दिन बंद होंगे बद्रीनाथ-केदारनाथ के कपाट, तय हुई मुहूर्ता और तिथि

Date:

Related stories

Dehradun News: बारिश के बीच डेंगू की दस्तक, देहरादून में मिले 2 पॉजिटिव मरीज; जानें कैसे करें अपना बचाव?

Dehradun News: उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों हल्की या तेज बारिश दर्ज की जा रही है। बारिश के कारण जगह-जगह जल-जमाव भी देखने को मिल रहे हैं जिससे मच्छरों की तादाद भी बढ़ने लगी है।

Uttarakhand News: जंगलों की आग पर काबू पाने के लिए CM धामी का खास प्लान, लोगों को भी मिल रहा फायदा; देखें पूरी खबर

Uttarakhand News: उत्तराखंड के ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में खूब घने-घने जंगल देखने को मिलते है। दावा किया जाता है कि पहाड़ों पर स्थित ये प्राकृतिक वादियां लोगों को अपनी ओर खूब आकर्षित करती हैं।

Chardham Yatra 2023: दशहरे के अनुकूल अवसर पर, बद्रीनाथ धाम के दरवाजों को बंद करने की तारीख और मुहूर्ता का ऐलान हो गया है। मंगलवार (24 अक्टूबर) को मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशाली गांव स्थित मंदिर परिसर में पुरोहित समाज की एक बैठक हुई, जिसमें तारीख और मुहूर्ता तय हुआ।

बैठक में तय हुआ की बुधवार, 18 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के दरवाजे बंद किए जाएंगे। इस दौरान 3 बजकर 33 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में विशेष पूजा अर्चना के बाद ही दरवाजे बंद होंगे। इसके बाद अगले छ महीने के लिए धाम के कपाट बंद हो जाएंगे।

इन दिन बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट

इसी तरह यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट 15 नवंबर को भाई दूज के मौके पर बंद किए जाएंगे। इस दौरान 11 बजकर 57 मिनट पर पूजा अर्चना के बाद धाम के दरवाजे बंद होंगे। वहीं, बात अगर गंगोत्री धाम की करें, तो इनके कपाट बंद होने की तिथि व मुहूर्त का ऐलान पहले ही हो चुका है।

शारदिया नवरात्रि के पहले दिन ही तिथि व मुहूर्त तय हो गया था। जिसके मुताबिक, 14 नवंबर को अन्नकूट के पावन अवसर पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद किए जाएंगे। इसके लिए भी अभिजीत मुहूर्त तय हुआ है, जिसमें 11 बजकर 45 मिनट पर पूजा अर्चना के धाम के कपाट अगले छ महीने के लिए बंद हो जाएंगे।

बर्फबारी के चलते बंद हो जाते हैं रास्ते

बता दें ये धाम उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी के जिलों में स्थित हैं। अक्टूबर-नवंबर के महीनों में यहां बर्फबारी शुरू हो जाती है। जिस वजह से यातायात पूरी तरह बंद हो जाता है। ऐसे में मंदिरों को लगभग 6 महीने के लिए बंद कर करना पड़ता है। इसके बाद मौसम और बर्फबारी के हिसाब से रास्तों को खोलने का तिथि तय होती है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Brijesh Chauhan
Brijesh Chauhanhttps://www.dnpindiahindi.in
बृजेश बीते 4 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में M.A की पढ़ाई की है। यह कई बड़े संस्थान में बतौर कांटेक्ट एडिटर के तौर पर काम कर चुके हैं। फिलहाल बृजेश DNP India में बतौर कांटेक्ट एडिटर पॉलिटिकल और स्पोर्ट्स डेस्क पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

Latest stories