Dehradun News: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित तेल एवं प्राकृतिक गैस लिमिटेड (ONGC) मुख्यालय को शिफ्ट करने की चर्चाएं जोरो पर है। दरअसल ONGC स्टाफ यूनियन की ओर से सीएम पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र लिखा गया है जिसमे संबंधित मुख्यालय को शिफ्ट करने की कवायद पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया है।
उत्तराखंड सरकार की ओर से ONGC मुख्यालय को देहरादून से शिफ्ट करने के संबंध में अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं जारी की गई है। हालाकि स्टाफ यूनियन के डर की वजह ये है कि जैसे एक-एक कर सभी प्रमुख विभागों को नई दिल्ली शिफ्ट किया जा रहा, कहीं ओएनजीसी मुख्यालय को भी पूरी तरह से देहरादून से शिफ्ट ना कर दिया जाए।
क्या ONGC मुख्यालय को शिफ्ट करने की है तैयारी?
देहरादून में स्थित तेल एवं प्राकृतिक गैस लिमिटेड (ONGC) मुख्यालय को शिफ्ट करने के संबंध में खूब कयासबाजी जारी है। यूनियन का दावा है कि जैसे सभी प्रमुख विभागों के मुख्यालय को नई दिल्ली शिफ्ट किया जा रहा, वैसे ओएनजीसी मुख्यालय को भी पूरी तरह से शिफ्ट किया जा सकता है। हालाकि उत्तराखंड की धामी सरकार की धामी सरकार की ओर से इस संबंध में अभी कोई आधिकारिक आदेश नहीं जारी किए गए हैं। ऐसे में कयासबाजी के बीच मुख्यालय को शिफ्ट करने की योजना को अफवाह भी माना जा रहा है।
स्टाफ यूनियन को सता रहा डर
ओएनजीसी स्टाफ यूनियन की ओर से मुख्यालय को शिफ्ट करने के संबंध में पहले ही सीएम धामी को पत्र लिखे जा चुके हैं। यूनियन के नेतृत्वकर्ता हीरा सिंह बिष्ट की ओर से स्पष्ट किया जा चुका है कि ओएनजीसी मुख्यालय को देहरादून से शिफ्ट करने की साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे।ONGC मुख्यालय को देहरादून से शिफ्ट करने के संबंध में स्टाफ यूनियन का डर जायज भी है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो धीरे-धीरे ओएनजीसी मुख्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या कम होती जा रही है। पहले 2800 से अधिक कर्मचारी यहां कार्यरत थे जिसकी संख्या वर्तमान में 1300 के आसपास रह गई है। इसके अलावा पूर्व में स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण, कॉरपोरेट एमएम, केंद्रीय पेरोल, हेड स्पोट्र्स, कारपोरेट खाते, कारपोरेट बजट, ओएनजीसी फुटबॉल व हॉकी टीम व ईडी-सुरक्षा जैसे विभाग देहरादून मुख्यालय से शिफ्ट किए जा चुके हैं। शायद यही वजह है कि स्टाप यूनियन को ONGC मुख्यालय के शिफ्ट होने का डर सता रहा है।