Uttarakhand News: उत्तराखंड के चमोली में हुए करंट (Chamoli Current Accident) हादसे के बाद सरकार ने एहतियात के तौर पर सात STP (Sewage Treatment Plant) बंद कर दिए हैं। ये सभी STP चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में स्थित हैं। इन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स में करंट फैलने के डर से इन्हें बंद किया गया है।
इसके साथ ही सरकार ने इन प्लांट्स का काम देख रही कंपनी को नोटिस भी जारी किया है। नोटिस में कंपनी को 48 घंटे के अंदर प्लांट्स में सुधार करने को कहा गया है। अगर तय समय में कंपनी ऐसा नहीं करती है तो उनके बकाय बिला या देनदारी का भुगतान नहीं किया जाएगा।
जांच में हुए कई खुलासे
दरअसल, चमोली हादसे के बाद सरकार (Uttarakhand Government) ने गढ़वाल मंडल के सभी एसटीपी की सुरक्षा जांच कराई थी। जांच के दौरान पता चला कि चमोली और रुद्रप्रयाग में कई STP ऐसे हैं, जहां अर्थिंग सहित कई उपकरण या तो टूट गए हैं या तेज पानी के बहाव में बह गए हैं। जिसके बाद इन प्लांट्स को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है।
यहां पर कांफिडेंट इंडिया कंपनी ने इन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का निर्माण करवाया है। ऐसे में सरकार ने कंपनी को नोटिस जारी कर प्लांट्स में सुधार करने को कहा है, ताकि करंट फैलने से होने वाले हादसों को रोका जा सके।
सुधार के लिए कंपनी को भेजा नोटिस
पेयजल निगम के एमडी एससी पंत ने बताया कि कंपनी को नोटिस जारी कर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स में सुधार के लिए कहा गया है। अगर कंपनी 48 घंटे के भीतर मेंटेनन्स नहीं करती है तो निगम खुद इनकी मरम्मत कराएगा। उन्होंने बताया कि मरम्मत पर आने वाला खर्चा बाद में कंपनी के बिल या विभाग देनदारियों से काट लिया जाएगा।
बता दें कि चमोली हादसे की जांच के दौरान बड़े पैमाने पर लापरवाही की बात सामने आई है। इस मामले की जांच के गठित टीम जल्द अपनी रिपोर्ट DM को सौंपेगी। जिसके बाद प्रशासन अपने स्तर पर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करेगा।
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