Uttarakhand News: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित शहर जोशीमठ (ज्योतिर्मठ) को लेकर खूब खबरें बनती हैं। जोशीमठ की सुंदरता कुछ इस कदर है कि प्रति वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी यहां घूमने आते हैं। ये शहर की जमीन तल से 6150 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। बीते वर्ष जोशीमठ से भू (जमीन) धंसाव की खबरें सामने आई थीं। हालाकि शासन की तत्परता और लोगों के चौकस होने के कारण किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था।
जोशीमठ (Joshimath) में एक बार फिर भू (जमीन) धंसाव को लेकर उत्तराखंड (Uttarakhand News) के आपदा सचिव रणजीत सिन्हा की ओर से बड़ा दावा किया गया है। उनकी तरफ से स्पष्ट किया गया है कि जोशीमठ शहर को 3 जोन में बांटा गया है, जिसमें हाई रिस्क जोन, मीडियम जोन और लो रिस्क जोन शामिल हैं। इसके तहत शहर का लगभग 35% हिस्सा हाई रिस्क जोन में है। ऐसे में यहां भू (जमीन) धंसाव की घटनाएं हो सकती है।
Joshimath का 35% हिस्सा हाई रिस्क जोन
उत्तराखंड (Uttarakhand News) के चमोली जिले में स्थित शहर जोशीमठ (Joshimath) में भू (जमीन) धंसाव को लेकर खूब सतर्कता अपनाई जा रही है। इस कड़ी में राज्य कीआपदा विभाग द्वारा लगातार शहर के प्रभावित इलाकों पर निगरानी रखा जा रहा है। आपदा विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि जोशीमठ शहर को हाई रिस्क जोन, मीडियम जोन और लो रिस्क जोन में बांटा गया है।
आपदा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्तमान में जोशीमठ का लगभग 35% हिस्सा हाई रिस्क जोन में शामिल है। ऐसे में सरकार लोगों को इन स्थानों से विस्थापित करने की कोशिश में लगी है जिससे कि किसी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
Uttarakhand News: धामी सरकार की पहल
उत्तराखंड की धामी (CM Dhami) सरकार जोशीमठ (Joshimath) को लेकर बेहद सतर्क है। इस कड़ी में धामी सरकार की ओर से आपदा विभाग को निर्देश दिया गया है कि राज्य के बमोथ गांव में पुनर्वास के लिए 25 हेक्टेयर भूमि को चिह्नित कर लोगों के लिए वैकल्पिक आवास की व्यवस्था की जाए।
उत्तराखंड (Uttarakhand News) सरकार की ओर से ये भी कहा गया है कि लोगों की सुविधा के अनुसार विस्थापन की कार्रवाई की जाए। हालाकि इस क्रम में आगे का निर्णय भारत सरकार से चर्चा करने के बाद ही लिया जाएगा।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।