Uttarakhand News: उत्तराखंड में सरकार के कामकाज को लेकर सीएम धामी के कैबिनेट मंत्रियों ने राज्य सरकार को आज अपनी रिपोर्ट सौंप दी। जिसमें राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही कई जनकल्याण की योजनाओं के बारे रिपोर्ट में खुलासा किया गया है। जिसमें मंत्रियों और विधायकों के द्वारा गांवों में किए गए प्रवासों की रिपोर्ट है। इसके साथ ही उसमें गांवों की जरूरतों का सत्यापन और उनकी समस्याओं के मौके पर ही किए गए निस्तारणों का विवरण सौंपा गया है।
जानें क्या है इन रिपोर्ट का आधार
बता दें उत्तराखंड की सरकार के अभियान ‘सरकार जनता के द्वार’ के तहत सीएम धामी ने मंत्रियों,विधायकों को दिसंबर 2022 में गांवों में प्रवास की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस अभियान में खुद सीएम धामी ने भी गांव प्रवास किया था। जिसके आधार पर जनप्रतिनिधियों को जिलों में गांव गांव चौपाल लगानी होती है। इसके साथ ही गांव वालों से सरकारी योजनाओं के बारे में पूछते हैं। उनकी क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं के बारे में पूछते हैं और फीडबैक लेते हैं। सीएम के निर्देश पर ‘सरकार जनता के द्वार’, ‘हमारा संकल्प अनुशासित प्रदेश और हमारा संकल्प भयमुक्त समाज’ के माध्यम से उत्तराखंड सरकार के द्वारा चार स्तरीय मॉनीटरिंग की जा रही है। जिसके मुताबिक पहले स्तर पर कमिश्नर और डीएम के द्वारा जांच की जाती है। दूसरे स्तर पर प्रभारी सचिव, तीसरे स्तर पर विशेष एक्जीक्यूटिव अधिकारी और चौथे स्तर पर सरकार के प्रभारीमंत्री इसका अंतिम मूल्यांकन करते हैं।
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किस किस ने सौंपी रिपोर्ट
उत्तराखंड कैबिनेट के 6 प्रभारी मंत्रियों ने अपनी ग्राम प्रवास रिपोर्ट सीएम धामी को सौंपी दी है। जिसमें प्रमुख रूप से सतपाल महाराज,चंदनराम दास, गणेश जोशी,धनसिंह रावत, सुबोध उनियाल तथा सौरभ बहुगुणा शामिल हैं। बचे हुए प्रभारी मंत्रियों रेखा आर्या और प्रेमचंद अग्रवाल की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
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