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नवरात्रि से पहले उत्तराखंड वासियों को बड़ी सौगात! इस खास योजना के तहत वर्ष 2027 तक मुफ्त में मिलेगा रसोई गैस सिलेंडर

Uttarakhand News: उत्तराखंड सरकार ने लोगों को बड़ी सौगात देते हुए मुख्यमंत्री निशुल्क तीन गैस सिलेंडर योजना को वर्ष 2027 तक बढ़ा दिया है।

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Uttarakhand News
सांकेतिक तस्वीर

Uttarakhand News: उत्तराखंड सरकार ने शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri) से ठीक पहले राज्य के कुछ चुनिंदा निवासियों को बड़ी सौगात देने का काम किया है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने मुख्यमंत्री निशुल्क तीन गैस सिलेंडर योजना (Chief Minister Free Three Gas Cylinder Scheme) को वर्ष 2027 तक बढ़ाने पर अपना अनुमोदन प्रदान किया है। इससे योजना के लाभार्थी अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को 2027 तक एक वर्ष में तीन रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त में उपलब्ध कराया जा सकेगा। बता दें कि इस योजना का समापन मार्च 2024 में ही हो गया था जिसे उत्तराखंड (Uttarakhand News) सरकार ने अब विस्तार दिया गया है।

उत्तराखंड वासियों को बड़ी सौगात

उत्तराखंड सरकार ने नवरात्रि से ठीक पहले राज्य के अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को बड़ी सौगात दे दी है। उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि अंत्योदय परिवारों के पुनरुत्थान के लिए मुख्यमंत्री निशुल्क तीन गैस सिलेंडर देने संबंधी योजना को 2027 तक बढ़ाया जाएगा। इसके तहत अंत्योदय राशन कार्ड धारक योजना के लाभार्थियों को वर्ष में तीन रसोई गैस का सिलेंडर मुफ्त में दिया जाएगा।

लाखों लाभार्थियों को मिलेगा लाभ

उत्तराखंड की मुख्यमंत्री निशुल्क तीन गैस सिलेंडर योजना का लाभ मौजूदा समय में 184000 लाभार्थियों को मिलेगा। इसके लिए उत्तराखंड सरकार सलाना 55 करोड़ रुपये का व्यय करेगी। दावा किया जा रहा है कि इससे लाभार्थियों की आर्थिक बचत हो सकेगी और वे सशक्त हो सकेंगे। वहीं रसोई गैस सिलेंडर की मदद से खाना पकाकर लाभार्थियों को उन बिमारियों से बचाया जा सकेगा जो चूल्हे से निकलने वाला धुंआ लगने से होती हैं।

‘पंडित दीनदयाल के सिद्धांतों पर काम करी भाजपा’

जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आज उत्तराखंड सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। राज्य के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि भाजपा पंडित दीनदयाल जी के सिद्धांतों पर काम कर रही है। इसी क्रम में दुर्गम क्षेत्रों के अंत्योदय परिवारों के कल्याण के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

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