Uttarakhand News: उत्तराखंड सराकर के द्वारा बनाई गई बैणी सेना की चर्चा आज देश के हर कोने – कोने में हो रही है। इस सेना ने उत्तराखंड की सरकार को जबरदस्त फायदा पहुंचाया है। बता दें कि उत्तराखंड में नगर निगम से जुड़ी चीजों का लाभ लेकर लोग इसके चार्ज को नहीं देते थे। ऐसे में अब बैणी सेना के द्वारा लोगों से चार्ज को वसूला गया है। उत्तराखंड के हल्द्वानी नगर निगम में शामिल 570 बैणी सेना की महिलाओं ने केवल 5 महीने के भीतर ही 1. 50 करोड़ रुपए वसूला है। नगर निगम के द्वारा ये बताया गया है कि यह हर माह के औसत से पांच गुना है।
इस तरह प्लान बनाकर किया आम
फिलहाल अभी नगर निगम के यहां पर 60 वार्ड है। ऐसे में यहां पर भारी संख्या में आबादी रहती है। जनगणना के आधार से देखा जाए तो यहां पर ढाई से तीन लाख लोग रहते हैं। ऐसे में यहां पर प्रतिदिन डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए नगर निगम आवासीय और यहां की कंपनियों से चार्ज लिया जाता है और उन्हें इसके बदले में एक रसीद दी जाती है। वहीं हल्द्वानी नगर निगम के लोग इतनी ज्यादा आबादी होने के बाद भी बहुत कम चार्ज वसूल पा रहे थे। ऐसे में सरकार के द्वारा बैणी सेना बनाई गई जिसमें वहां के स्थानीय महिलाओं को शामिल किया गया। इसके बा अब यह वसूली पांच गुना बढ़ गया है। जहां नगर निगम की टीम अक्टूबर 2022 तक केवल 6 लाख तक वसूली कर पा रही थी वहीं अब बैणी सेना 33 लाख से भी ज्यादा वसूली कर रही है।
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क्या है बैणी सेना
बैणी सेना हल्द्वानी के नगर निगम के द्वारा बनाई गई एक महिलाओं की टीम है। यह महिलायें घर – घर जाकर कूड़ा एकत्रीकरण का शुल्क लेती हैं साथ ही इससे जुड़े कामों की मॉनिटरिंग भी करती हैं। बैणी का अर्थ उत्तराखंड में बहन होता है और इसमें महिलाओं को शामिल किया गया है इसलिए इसका नाम बैणी सेना रखा गया है।
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