Uttarakhand News: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) के नेतृत्व में चल रही सरकार लगातार राज्य को सशक्त करने की तैयारी में है। इस क्रम में सुदूर पर्वतीय इलाकों में बसे गांवों को भी विकास के मुख्यधारा से जोड़ने की तैयारी चल रही है।
उत्तराखंड (Uttarakhand News) सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक केन्द्र की “ग्राम्य विकास स्मार्ट विलेज” योजना से राज्य के सशक्त हो रहे हैं। इसके तहत गांवों में उद्यम के साथ रोजगार भी बढ़ रहा है और युवाओं के समक्ष तमाम अवसरों का द्वार खुल रहा है।
सशक्त हो रहे गांव
उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में बसे गांव आज के दिन में सशक्त हो रहे हैं। इसमें केन्द्र सरकार की “ग्राम्य विकास स्मार्ट विलेज” योजना अपना अहम योगदान दे रही है। धामी सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस खास योजना के तहत अब तक उत्तराखंड के स्वयं सहायता समूहों, ग्राम संगठनों एवं क्लस्टर संगठनों में कुल 252 उद्यमों की स्थापना की जा चुकी है।
धामी सरकार के इस खास पहल से विभिन्न गांवों के 7756 सदस्यों को स्वरोजगार से भी जोड़ा गया है। दावा किया जा रहा है कि केन्द्र की ये योजना उत्तराखंड के सुदूर पर्वतीय इलाकों में बसे गांवों के लिए वरदान साबित हो रही है और इसकी मदद से युवा से लेकर महिला व पुरुष वर्ग तक को लाभवान्वित किया जा रहा है।
गांवों को मुख्यधारा में जोड़ने की कवायद
उत्तराखंड सरकार राज्य के विभिन्न इलाकों में स्थित गांवों को मुख्यधारा से जोड़ने की कवायद कर रही है। इस क्रम में गांवों में कनेक्टिविटि को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। दावा किया जा रहा है जब सुदूर पर्वतीय इलाकों में बसे गांवों तक कनेक्टिविटि का बेहतर माध्यम उपलब्ध होगा तो विकास की राह आसान हो सकेगी। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य समेत तमाम मूलभूत सुविधाओं को गांव तक पहुंचाना आसान हो सकेगा।
ग्राम्य विकास स्मार्ट विलेज योजना के अंतर्गत स्वरोजगार के इंतजाम भी किए जा रहे हैं ताकि युवा भटकने की बजाय अपने उज्जवल भविष्य के लिए कुछ कर सके और देवभूमि के विकास में अपना योगदान दे सके।