Thursday, December 19, 2024
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Uttarkashi tunnel: उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में आज शुरू होगी मैनुअल ड्रिलिंग, फंसे मजदूरों को ऐसे निकाला जाएगा बाहर

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Dehradun News: उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में इन दिनों हल्की या तेज बारिश दर्ज की जा रही है। बारिश के कारण जगह-जगह जल-जमाव भी देखने को मिल रहे हैं जिससे मच्छरों की तादाद भी बढ़ने लगी है।

Uttarkashi Tunnel: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक ढही हुई सिलक्यारा सुरंग में मैनुअल ड्रिलिंग आज से शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। बता दें कि इस सुरंग में बीते करीब 15 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं। प्रशासन और बचाव अधिकारी लगातार सभी मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

सुरंग में फंसे सभी मजदूर

बता दें कि अधिकारियों ने सबसे पहले बरमा मशीन के ब्लेड को मैन्युअल रूप से काटने की कोशिश की, जोकि शुक्रवार को मलबे के माध्यम से ड्रिलिंग करते समय क्षतिग्रस्त हो गया। उम्मीद की जा रही है कि आज सभी मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाल लिया जाएगा।

जानकारी के लिए बता दें कि अधिकारियों ने सुरंग में फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए सिल्क्यारा सुरंग के ऊपर पहाड़ी की चोटी पर ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग शुरू कर दी है। जिससे की सुरंग में फंसे हुए लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके।

मैन्युअल ड्रिलिंग से सभी मजदूरों को निकालने की होगी कोशिश

सिल्कयारा सुरंग में मलबे के माध्यम से क्षैतिज ड्रिलिंग शुक्रवार को लगभग पूरे दिन बंद रही। लेकिन समस्या की गंभीरता का पता शनिवार को चला, जब अंतरराष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने बताया कि बरमा मशीन “खराब” हो गई थी। एक बार जब बरमा मशीन को एस्केप पाइप से बाहर निकाल लिया जाएगा, तो उसके बाद बचाव अधिकारी लगभग 10 मीटर तक मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू कर देंगे।

घटना की आगे की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि ऑपरेशन में “लंबा समय लग सकता है”। आगे उन्होंने बताया कि मैन्युअल ड्रिलिंग में व्यक्तिगत श्रमिकों को बचाव मार्ग के पहले से ही ऊबड़-खाबड़ 47-मीटर हिस्से में प्रवेश करना होग, उसके बाद सीमित स्थान में थोड़ी अवधि के लिए ड्रिलिंग होगी और फिर किसी और को कार्यभार संभालने के लिए बाहर आना होगा।

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