Tuesday, December 17, 2024
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बड़ी खबर! Vaishno Devi Ropeway Project विवाद के बीच वैष्णो देवी संघर्ष समीति ने कटरा बंद का किया ऐलान, जानें क्या है पूरा मामला

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Vaishno Devi Ropeway Project: पूरे देशभर से बड़ी संख्या में भक्त जम्मू कश्मीर के कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए आते है। इसी बीच इससे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें कि Vaishno Devi Ropeway Project पर संकट के बादल मंडराने है। दरअसल श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने इसके विरोध में कल यानि 18 दिसंबर को पूरे कटरा बंद का ऐलान किया है। पिछले महीने 22 नवंबर से ही श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के बीच वैष्णो देवी रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर विवाद चल रहा है। बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत ताराकोट मार्ग से सांजी छत तक 12 किमी लंबे रोपवे का निर्माण किया जाएगा। जिससे भक्तों की यात्रा सुगम हो जाएगी।

वैष्णो देवी संघर्ष समिति ने बंद का किया ऐलान

स्थानीय दुकानदारों और अन्य लोगों से बात करके वैष्णो देवी संघर्ष समीति ने नए रोपवे प्रोजेक्ट के खिलाफ 18 दिसंबर को पूरे कटरा बंद का ऐलान किया है। बता दें कि इस दौरान बाज़ार, व्यवसाय और सार्वजनिक परिवहन बंद रहने की उम्मीद है। वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने Vaishno Devi Ropeway Project के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

Vaishno Devi Ropeway Project को लेकर स्थानीय लोगों का विरोध प्रदर्शन

गौरतलब है कि इस परियोजना के ऐलान के बाद ही वहां के स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। विरोध कर रहे लोगों को कहना है कि यह परियोजना तीर्थयात्रियों को कटरा के बाजार से हटा देगी, जिससे हजारों दुकानदारों और सेवा प्रदाताओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा इसका असर भक्तों को भवन तक ले जानें वाले घोड़ा, खच्चर वालों पर भी पड़ेगा।

Vaishno Devi Ropeway Project को लेकर क्या है विवाद

बता दें कि माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांजी छत तक 12 किमी लंबे रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई थी। जिसका विरोध यहां के दुकानदारों, घोड़ा, खच्चर वाले और अन्य लोगों दुबारा किया जा रहा है, क्योंकि उन्हें डर है कि इस रोपवे प्रोजेक्ट बनने के बाद दुकानदारों, स्थानीय समुदायों की आजीविका पर बुरा प्रभाव पड़ा। हालांकि दूसरी तरफ श्राइन बोर्ड का कहना है कि इससे और अधिक संख्या में यात्री आएंगे जिससे रोजगार बढ़ेगा, भक्त कुछ ही मिनटों में इस रोपवे की मदद से माता के भवन के पास पहुंच सकेंगे। हालांकि अब देखना होगा कि यह विवाद क्या नया मोड़ लेता है।

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