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Vegetables Price Hike: टमाटर के शतकीय पारी के बाद अदरक का ‘तिहरा शतक’, किसानों ने बताया महंगाई का राज 

Vegetables Price Hike
Vegetables Price Hike

Vegetables Price Hike: देश में एक तरफ टमाटर अपना असली रंग दिखा ही रहा था कि उड़ीसा से खबर आ रही है, कि यहां 300 रुपए प्रति किलो अदरक बिक रहा है। ऐसे में  देश की जनता को समझ नही आ रहा कि आखिरकार वह अब सब्जी खाएं या नहीं। एक तरफ देश के किसान बेमौसम बारिश की मार झेल रहे हैं, तो वहीं देश की जनता का महंगाई से बुरा हाल है। वहीं उड़ीसा के किसानों ने अदरक के बढ़ते दामों को लेकर कई बड़ी बातें कही हैं। जिसे आपको जानना बहुत जरूरी है।

अदरक के बढ़ते दामों का क्या कारण है?

जानकारी के मुताबिक उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर में 300 रुपए किलो अदरक मार्केट में मिल रहे है। ऐसे में बताया जा रहा है  कि गोदामों में अदरक की अनुपलब्धता ही राजधानी भुवनेश्वर के बाजारों में उपज की बढ़ती कीमत का कारण है। ठंडे घरों में रखे जाने वाला अदरक पूरा स्टॉक खत्म हो चुका है। ऐसे में अदरक का रेट बढ़ना लाजमी है।

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, उड़ीसा के कोरापुट जिले के अदरक उपज करने वाले किसान पूरे साल मंडी और व्यापारियों को 7 से 12 रुपये के बीच अदरक बेचते हैं। लेकिन पिछले साल ओडिशा में व्यापारियों ने  बीज के रूप में उपयोग के लिए उत्तर प्रदेश में बेच दिया। बता दें ओडिशा सरकार (कृषि विभाग) की एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरे ओडिशा में 11,000 हेक्टेयर क्षेत्र में कुल 39,000 मीट्रिक टन अदरक का उत्पादन होता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है, कि आखिरकार अदरक गए तो गए कहा? 

अदरक उपज करने वाले किसानों ने क्या कहा?

बता दें अदरक उपज करने वाले किसानों ने बताया अदरक का उत्पादन बढ़ाने के लिए उड़ीसा सरकार हमें प्रति हेक्टेयर 2.50 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देती है। लेकिन यह सिर्फ रिकॉर्ड्स में मौजूद होती है। किसानों की मानें तो 2.50 लाख रुपये में से करीब 2.15 लाख रुपये सिर्फ उन बीजों पर खर्च हो जाते हैं जो उड़ीसा सरकार किसानों को मुहैया कराती है। ऐसे में हम जैसे तैसे करके इस मौसमी फसल की उपज करते हैं। सरकार को चाहिए, कि हमारी जितना अधिक मदद हो सके करें । वहीं एक थोक व्यापारी ने जानकारी दिया कि, ओडिशा राज्य को प्रति वर्ष 1 लाख मीट्रिक टन अदरक की जरूरत है। ऐसे में सिर्फ कोरापुट जिले में उत्पादित अदरक की गुणवत्ता को देखते हुए उपभोक्ताओं के बीच अक्सर मांग बढ़ जाती है। वहीं सूत्रों की मानें तो अदरक की उपज अभी बाजार में उपलब्ध नहीं है। इसकी जगह सिलीगुड़ी से अदरक का आयात किया जा रहा है। ऐसे में यदि स्थानीय उत्पादन का स्टॉक नहीं होगा तो कीमतें अचानक से बढ़ जाएंगी।

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