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Parliament Session: उपराष्ट्रपति धनखड़ ने राज्यसभा के उपाध्यक्षों के पैनल का किया पुर्नगठन, 50 प्रतिशत महिलाओं को दी हिस्सेदारी

Parliament Session: राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने उपाध्यक्षों के पैनल का पुर्नगठन करते हुए इस बार 50 फीसद महिला सांसदों को जगह दी है। साथ ही उन्होंने कहा है कि भविष्य में महिलाओं की संख्या और बढ़ सकती है।

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Vice president
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Parliament Session: उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद के विशेष सत्र के शुरू होते ही उपाध्यक्षों के पैनल की घोषणा करते हुए उसमें 50 फीसद सीटें महिला सांसदों के लिए रखी हैं। साथ ही उपराष्ट्रपति ने कहा है कि यह तो बस शुरुआत है। हो सकता है कि आगे महिला सांसदों की संख्या इस पैनल में ज्यादा भी हो सकती है। 

पैनल में 4 महिला सांसदों को दी जगह

बता दें उपराष्ट्रपति ने आठ सदस्यीय पैनल में 4 महिला सांसदों को रखा है। जिसमें 3 बीजेपी सांसद कांता कर्दम, सुमित्रा बालमीक व गीता शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजू जनता दल की ममता मोहंता को भी इसमें शामिल किया गया है। बता दें उपराष्ट्रपति अपनी गैर मौजूदगी में राज्यसभा के उपसभापति बनने के लिए काबिल लोगों की एक लिस्ट बनाते हैं। जो उनकी गैर मौजूदगी में उस पद पर बैठ कर सदन की कार्यवाही को चालू रख सके। 

सरकार बुधवार को बिल कर सकती है पेश

बता दें उपसभापति के इस निर्णय से लग रहा है केंद्र सरकार इस समय महिला आरक्षण बिल को विशेष सत्र के दौरान पेश कर सकती है और उसे पास किया जा सकता है। दरअसल इस बिल पर इस समय सरकार के साथ अन्य विपक्षी दल भी सहमत दिख रहे हैं। सरकार ने सोमवार को देर शाम महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार बुधवार को इस बिल को सदन में पेश कर सकती है।

गौरतलब है कि इस बिल को राज्यसभा में पास किया जा चुका है। वहीं लोकसभा में आखिर बार यह बिल साल 2008 में लाया गया था। जिस समय इसका राजद और सपा जैसी विपक्षी पार्टियों ने विरोध किया था मगर फिल्हाल सत्ता पक्ष के साथ सभी विपक्षी दल इस बिल को लेकर सहमत लग रहे हैं।

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