Vinesh Phogat: भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट बीते दिन पेरिस ओलंपिक में ओवरवेट के कारण अयोग्य करार दे दी गई जिसको लेकर खूब सुर्खियां बन रही हैं। विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के अयोग्य करार होने पर भारतीय राजनीति में भी उबाल देखने को मिला है और विपक्ष इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा में चर्चा की मांग कर रहा है। चर्चा की मांग के बीच ही विपक्षी सांसद डेरेक ओ ब्रायन सदन में सभापति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) पर उखड़ पड़े और तेज-तेज बोलने लगे।
विपक्षी सांसद के इस व्यवहार पर सभापति आहत हो गए और कहा कि मिस्टर ब्रायन आप चेयर को चुनौती दे रहे हैं। अगली बार आपको बाहर का रास्ता दिखाऊंगा। इसके बाद राज्यभा में गहमा-गहमी का माहौल देखने को मिला और विपक्षी दल से संसद सदस्य वॉकआउट कर संसद भवन से बाहर चले गए।
Vinesh Phogat के मुद्दे पर राज्यसभा में घमासान!
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट बीते दिन पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा कैटेगरी वाले कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले अयोग्य करार दे दी गईं। उनकी अयोग्ता को लेकर देश की राजनीति में पारा चढ़ता नजर आ रहा है। इसी क्रम में आज विपक्षी दलों ने सदन में विनेश फोगाट के मुद्दे पर चर्चा की मांग की जिसको लेकर घमासान का दौर देखने को मिला। राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्षी सांसदों से नियम का हवाला देते हुए शांति बनाए रखने की अपील की लेकिन अंतत: वे सदन छोड़कर वॉकआउट कर गए।
क्यों आहत हुए जगदीप धनखड़?
राज्यसभा में विपक्ष के नेता, विनेश फोगाट के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे थे। इसी दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने सांसदों से कहा कि आप सभी नियमों का पालन करिए। हम भी इस लड़की के साथ हुए कृत्य से आहत हैं। इसी दौरान टीएमसी सांसद डेरेक-ओ-ब्रायन जोर-जोर से बोलने लगे जिस पर सभापति आहत हो गए और उन्होंने सांसद की क्लास लगा दी।
जगदीप धनखड़ ने कहा कि ओ ब्रायन आप चेयर का अनादर कर रहे हैं। मैं अगली बार आपको बाहर का रास्ता दिखाऊंगा। विपक्षी सांसद के व्यवहार से आहत होकर सभापति धनखड़ हाथ जोड़कर चेयर से उठ खड़े हुए और चले गए।
BJP ने की निंदा
राज्यसभा में विपक्ष के इस कृत्य की भारतीय जनता पार्टी की ओर से घोर निंदा की गई। बीजेपी की ओर से केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि ”पूरा देश विनेश फोगाट के साथ खड़ा है और बीते कल पीएम ने उन्हें ‘चैंपियन ऑफ चैंपियंस’ कहा था।”
जेपी नड्डा ने कहा कि पीएम की आवाज 140 करोड़ देशवासियों की आवाज है। दुर्भाग्य से हम इसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बांट रहे हैं और विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है जिस पर वे चर्चा करना चाहते हैं। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार, खेल मंत्रालय और आईओसी ने सभी मंचों पर निवारण का प्रयास किया।”