Delhi Flood: भारत में इस बार मानसून ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उत्तर से लेकर दक्षिण तक मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान पहाड़ों पर देखने को मिला है, जहां मानसून की बारिश ने गहरे जख्म दिए हैं।
पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश का असर मैदानी इलाकों पर देखेने को मिल रहा है। नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। पंजाब और हरियाणा के कई जिले बाढ़ की चपेट में है, जिससे लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दिल्ली में फिर बाढ़ का खतरा
दिल्ली में बीते दिनों हुई तबाही का मंजर अभी कोई भूला भी नहीं था कि एक बार फिर दिल्ली वालों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। जी हां, दिल्ली में फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से फिर यमुना नदी में पानी छोड़ा गया है।
बताया जा रहा है कि ये पानी पिछली बार से दोगुना है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बैराज से 2 लाख 9 हजार क्यूसेक पानी नदी में रिलीज किया गया है, जिससे यमुना का जलस्तर पहले के मुकाबले और बढ़ सकता है।
36 घंटों में दिल्ली पहुंचेगी ‘तबाही’!
यमुना में छोड़ा गया ये पानी अगले 36 घंटों में दिल्ली पहुंच जाएगा, जिससे निचले इलाके फिर पानी में डूब जाएंगे। वहीं, बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को यमुना से दूर रहने की चेतावनी दी है।
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर
बता दें कि इससे पहले दिल्ली में यमुना का जलस्तर 208 मीटर तक पहुंच गया था, जो अब तक का रिकॉर्ड है। दिल्ली में आई बाढ़ के बाद धीरे-धीरे यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के नीचे आ गया था। लेकिन, पंजाब-हरियाणा और पहाड़ों में हो रही भारी बारिश के चलते एक बार फिर यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जा पहुंचा है। शुक्रवार रात 10:00 बजे यमुना का जलस्तर 205.48 मीटर पर दर्ज किया गया, जो लगातार बढ़ रहा है।
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