West Bengal News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मीटिंग या जनसभा का जिक्र होते ही लोगों के ज़हन में ‘सबका साथ-सबका विकास’ स्लोगन आ ही जाता है। ये वही नारा है जिसने BJP को केन्द्र से लेकर अन्य कई राज्यों में सत्ता की गद्दी तक पहुंचाया। हालाकि पार्टी के नेता अब इस नारे से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।
पश्चिम बंगाल (West Bengal News) की राजधानी कोलकाता में आज बीजेपी प्रदेश कार्य समिति की बैठक हुई। इस बैठक को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने बड़ा बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि अब ‘सबका साथ-सबका विकास’ के बजाय हम ‘जो हमारे साथ, हम उनके साथ’ का नारा देंगे। हमें अब किसी अल्पसंख्यक मोर्चा की जरुरत नहीं है। माना जा रहा है कि विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार के बाद भाजपा नेता में शुभेंदु अधिकारी की ये प्रतिक्रिया सामने आई है।
‘जो हमारे साथ, हम उनके साथ’
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित भाजपा कार्यालय पर आज प्रदेश कार्य समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे।
BJP की इस प्रमुख बैठक को संबोधित करते हुए कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी ने कुछ ऐसा कह दिया जिससे तूफान खड़ा हो गया। शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि “मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी और आपने भी ‘सबका साथ, सबका विकास’ कहा था। लेकिन मैं अब ऐसा नहीं कहूंगा। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के बजाय अब हम कहेंगे, ‘जो हमारे साथ, हम उनके साथ’। ‘सबका साथ, सबका विकास’ और अल्पसंख्यक मोर्चा की जरूरत अब नहीं है।”
BJP ने क्यों लिया ये स्टैंड?
पश्चिम बंगाल बीजेपी की ओर से पार्टी के कद्दावरऔर विधानसभा में भी विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बड़ा स्टैंड ले लिया है। उन्होंने कहा है कि अब ‘सबका साथ, सबका विकास’ के बजाय हम कहेंगे, ‘जो हमारे साथ, हम उनके साथ’। शुभेंदु अधिकारी के इस स्टैंड के पीछे उपचुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार एक प्रमुख वजह मानी जा रही है। दरअसल बीते दिनों बंगाल की 4 विधानसभा सीट मानिकतला, बगदाह, रानाघाट दक्षिण और रायगंज पर उपचुनाव हुए थे।
पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इस उपचुनाव में चारों सीटों पर जीत दर्ज कर बीजेपी को बुरी तरह से हराया था। माना जा रहा कि इन सीटों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने टीएससी को शत प्रतिशत समर्थन दिया था। ऐसे में बंगाल में बीजेपी इस करारी हार के बाद नए नारे व नए रणनीति के तहत चुनावी रण में उतरने की योजना बना रही है।