West Bengal Violence: राम नवमी के दिन हुई हिंसा की जांच पटना हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस नरसिम्हा रेड्डी के नेतृत्व में करवाई जा रही है। ऐसे में इस जांच से जुड़ी एक बड़ी अपडेट हैं। उनके द्वारा बनाई गई छह सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम आज पश्चिम बंगाल पहुंची हुई थी। यह टीम हुगली में राम नवमी के दिन हुई हिंसा की जांच करने के लिए पहुंची थी। ऐसे में अब खबर आ रही है कि बंगाल पुलिस के द्वारा हिंसा प्रभावित क्षेत्र हुगली जाने से उन्हें रोक दिया गया है। इस बारे में पूर्व चीफ जस्टिस नरसिम्हा रेड्डी ने जानकरी देते हुए बताया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस सीआरपीसी की धारा 144 का हवाला देते हुए उनकी जांच टीम को रोक दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि बंगाल सरकार डरी हुई है कहीं इस घटना से जुड़े मामले में उसका नाम न आ जाए।
बंगाल पहुंची हुई थी फैक्ट फाइंडिंग टीम
राम नवमी के दिन पश्चिम बंगाल में काफी उपद्रव हुआ था। इस घटना को लेकर बताया जाता है कि काफी लोगों को चोटें आई थी। इसके साथ – साथ हिंसा में लोगों की सम्पत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया था। ऐसे में इसकी जांच के लिए छह सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया गया था। यह टीम आज हुगली जांच के लिए पहुंची हुई थी जहां उसे रोका गया है। वहीं इस जांच टीम ने पश्चिम बंगाल के गृह सचिव बी पी गोपालिका से मुलाकात की मांग की है।
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टीम में इन लोगों को किया गया है शामिल
इस छ सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम में कई बड़े अधिकारीयों को शामिल किया गया है। इसमें पटना हाई कोर्ट के पूर्व जज नरसिम्हा रेड्डी, इसके साथ ही क्राइम ब्रांच के बड़े अधिकारी और आईपीएस राजपाल सिंह को शामिल किया गया है। इसके साथ ही चारु वली खन्ना जो पूर्व में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य और अधिवक्ता रह चुकी हैं उनको शामिल किया गया है। इसके अलावा ओम प्रकाश व्यास और पत्रकार संजीव नायक को शामिल किया गया है। राष्ट्रिय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और NHRC की पूर्व सलाहकार भावना बजाज भी इस जांच टीम में शामिल हैं।
पीड़ितों से मिलेगी जांच टीम
पश्चिम बंगाल में हुई रामनवमी के दिन हिंसा की जांच करने पहुंची टीम ने बताया है कि हिंसा के बाद से यहां पर धारा 144 लागू कर दी गई है। इस हिंसा में कई पुलिस कर्मियों के घायल होने की भी सुचना मिली थी। ऐसे में सही तरीके से जांच हो सके इसलिए टीम आज बंगाल में पहुची हुई है। जांच टीम का कहना है कि वह 10 अप्रैल तक यहां रहेंगे और पीड़ितों से मुलकात करने के बाद जाएंगे। घटना के बाद से पुलिस ने जानकारी दिया है कि 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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