Busy Bragging: ऑफिस में हमारे आस-पास कई ऐसे सहकर्मी होते है जो अपने आप को बहुत ज्यादा व्यस्त दिखाते है। कई कर्मचारी तो ऐसे होते है जो हमेशा काम के बोझ तले दबे होने के दावा करते है। उन्हें लगता है कि व्यस्त होना कंपनी के प्रति उनकी लगन को दर्शाता है। हालांकि कई विशेषज्ञों का मानना है कि अपने आप को हमेशा व्यस्त दिखाना उन्हें उलटा पड़ सकता है। पर्सनेल साइकोलॉजी जर्नल के एक अध्ययन में पाया गया कि जो कर्मचारी इस बारे में बात करते हैं कि उन्हें कितना काम करना है, वह बहुत व्यस्त है ऐसे लोगों से धीरे-धीरे उनके सहकर्मी दूर हो जाते है और उन्हें नकारात्मक रूप से देखा जाता है।
बिजी ब्रैगिंग क्या होता है?
बिजी ब्रैगिंग का मतलब है कि जहां लोग खुद को अधिक महत्वपूर्ण महसूस कराने के लिए सिर्फ यह संकेत देना पसंद करते हैं कि वे कितने व्यस्त हैं। अगर आसान भाषा में समझे तो किसी ऑफिस में अगर एक सहकर्मी दूसरे सहकर्मी से चाय पर बाहर चलने के लिए कहता है तो वह जाने से मना कर देता है और दिखाता है कि उसके पास कितना काम है और बहुत ज्यादा व्यस्त है। हालांकि धीरे-धीरे ऐसे लोगों के पास कोई जाना पसंद नही करता है। और लोग उस व्यक्ति को नाकारात्मक रूप से देखते है।
बिजी ब्रैगिंग को लोग पसंद क्यों नहीं करते है?
●पर्सनेल साइकोलॉजी जर्नल के एक अध्ययन के पहले पार्ट में पाया गया है कि काम को लेकर जो व्यक्ति ज्यादा व्यस्ता दिखाते है तो उनके आस-पास के सहकर्मियों पर गलत प्रभाव पड़ता है।
●पर्सनेल साइकोलॉजी जर्नल के दूसरे अध्यन में पाया गया है कि डींगें हांकने वालों सहकर्मियों को बढ़े हुए तनाव क्रॉसओवर प्रभावों के कारण उच्च स्तर की जलन का सामना करना पड़ता है।
बिजी ब्रैगिंग लोगों की पहचान कैसे करें?
ऐसे लोग लगातार कहते रहते है कि उन्हें कितना काम करना है। वह अपनी सफलताओं के बारे में अपने सहकर्मियों को लगाताग बताते रहते है चाहे वह छोटा हो या बड़ा। हालांकि ऐसे व्यक्ति को इससे ज्यादा फायदा नहीं होता है।