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G20 Summit 2023: क्या है India-Middle East-Europe Corridor ? जिसका PM मोदी और बाइडेन ने जी20 में किया ऐलान

G20 Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और यूरोपीय संघ के नेताओं के साथ इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर डील की घोषणा की। इस ऐलान को चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ट एंड रोड पहल (BRI) का मुकाबला करने के मकसद से काफी अहम माना जा रहा है।

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India Middle East Europe Connectivity Corridor
India Middle East Europe Connectivity Corridor

G20 Summit 2023: भारत में हो रही जी20 समिट (G20 Summit 2023) के पहले दिन शनिवार (9 सितंबर) को कई बड़ी घोषणाएं हुई। इस दौरान भारत ने अमेरिका और कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के साथ मिलकर एक बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर डील का ऐलान किया। जिससे भारत को बड़ा फायदा होने वाला है। समिट के पहले दिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर का ऐलान किया।

यह भारत, सऊदी अरब, ईयू, फ्रांस, इटली, जर्मनी, यूएई, और अमेरिका को शामिल करते हुए कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे पर सहयोग पर एक ऐतिहासिक और अपनी तरह की पहली पहल है। इसमें रेल कॉरिडोर और बंदरगाहों पर फोकस किया जाएगा। कुल मिलाकर भारत से मिडिल ईस्ट और वहां से यूरोप तक एक रेल कॉरिडोर और बंदरगाहों के जरिए कनेक्टिविटी बढ़ाने पर काम किया जाएगा।

कनेक्टिविटी को नई दिशा देगा ये प्रोजेक्ट

इस इंफ्रास्ट्रक्चर डील के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट कनेक्टिविटी और सतत विकास को एक नई दिशा देगा। उनके मुताबिक, यह गलियारा जल्द ही भारत, मध्य पूर्व और यूरोप के आर्थिक विलय के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में काम करेगा। इसके अतिरिक्त, कनेक्टिविटी पहल को बढ़ावा देते हुए PM Modi ने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करने पर जोर दिया।

‘ये अमेरिका के लिए एक गेम-चेंजिंग निवेश’

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) ने कहा कि देश एक नई रेल लाइन में निवेश करेगा, जो अंगोला से हिंद महासागर तक चलेगी। उन्होंने अंगोला से हिंद महासागर तक फैली नई रेल लाइन में निवेश के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला और इसे वैश्विक स्तर पर रोजगार सृजन को बढ़ावा देने और खाद्य सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने ‘आर्थिक गलियारा’ शब्द के आगामी दशक में प्रमुखता से गूंजने की भविष्यवाणी की। उन्होंने इसे अमेरिका के लिए “एक बड़ा सौदा” और “गेम-चेंजिंग निवेश” बताया।

‘40% अधिक तेजी से पूरी होगी यात्रा’

इसी तरह सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस बिन सलमान ने कहा कि सऊदी अरब इस पहल के कार्यान्वयन की प्रतीक्षा कर रहा है। इस पहल से सभी देशों को फायदा होगा। वहीं, यूरोपीय संघ के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यह मध्य पूर्व और यूरोप का सबसे सीधा लिंक होगा। परिणामस्वरूप, यात्रा 40% अधिक तेजी से पूरी होगी। इन देशों के बीच कनेक्टिविटी के लिहाज से ये एक बड़ा और अहम प्रोजेक्ट होगा।

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