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World Population Day 2024: बढ़ती आबादी, बड़ी चुनौती! जानें इसके प्रमुख नुकसान और नियंत्रण के तरीके

World Population Day 2024: आज देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है। ऐसे में हम आपको बढ़ती आबादी के नुकसान और इस पर नियंत्रण के लिए कुछ आवश्यक उपाय के बारे में बताएंगे।

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World Population Day 2024
फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

World Population Day 2024: 11 जुलाई का दिन देश-दुनिया के लिए बेहद खास है। दरअसल आज भारत के साथ दुनिया के विभिन्न हिस्सों में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है। देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में मनाए जा रहे विश्व जनसंख्या दिवस 2024 का उद्देश्य जनसंख्या सम्बंधित समस्याओं पर वैश्विक चेतना को जागृत करना है।

दुनिया के विभिन्न देशों में बढ़ती आबादी बेहद चिंताजनक विषय है। ऐसे में आज World Population Day 2024 के अवसर पर हम आपको बढ़ती जनसंख्या के नुकसान और इस पर नियंत्रण पाने के लिए कुछ प्रमुख बात बताएंगे।

बढ़ती आबादी, बड़ी चुनौती!

देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में मनुष्यों की आबादी बेहद तीव्र गति से बढ़ रही है। ये बढ़ती आबादी सभी के लिए एक चुनौती के समान है। देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में आबादी बढ़ने से लोगों के समक्ष कई तरह की चुनौतियां आती हैं। लोगों को इससे ढ़ेर सारे नुकसान भी हैं। ऐसे में ये जरूरी है कि हम जनसंख्या सम्बंधित समस्याओं पर अपनी चेतना को जागृत करें।

बढ़ती आबादी के नुकसान– देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में आबादी तीव्र गति से बढ़ रही आबादी के बहुत नुकसान हैं। हम भारत के परिपेक्ष्य में बात करें तो यहां भी आबादी तेजी से बढ़ी है और वर्तमान में देश की आबादी अनुमानत: 140 करोड़ हो गई है। बढ़ती आबादी के कारण बेरोजगारी का बढ़ना सबसे बड़ी चुनौती है। इसके अलावा लोग उन संसाधनों को भी अंधाधुंध खर्च करते हैं जो कि हमारे परिवेश में सीमित मात्रा में उपलब्ध हैं। वहीं बढ़ती जनसंख्या के कारण ही देश में आबादी और संसाधनों के बीच असंतुलन भी बढ़ता जा रहा है और सरकारें लोगों के लिए आवश्यक संसाधन जुटाने की व्यवस्था करने में असफल होती नजर आती हैं।

बढ़ती आबादी के कारण ही आवास, परिवहन, स्वास्थ्य और शिक्षण सुविधाओं से जुड़े बुनियादी ढांचे का विस्तार करने की जरूरत भी बढ़ जाती है। इसके अलावा इस समस्या से गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है और आमदनी की असमानता बढ़ने का खतरा रहता है। वहीं बढ़ती आबादी का असर पर्यावरण पर भी पड़ता है और इससे वनों की कटाई, वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण, पर्यावरण की रक्षा के लिए बड़ी चुनौतियों के तौर पर उभर सकते हैं। ऐसे में इस पर नियंत्रण पाना बेहद आवश्यक है।

कैसे करें नियंत्रण?

देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में तीव्र गति से बढ़ रही आबादी पर नियंत्रण पाना एक बड़ी चुनौती है। हालाकि ये बेहद आवश्यक भी है क्योंकि इस पहलु पर हमारा भविष्य निर्भर है। यदि आबादी को नियंत्रित नहीं किया गया तो आगामी भविष्य बेहद चुनौती भरा सबित होने वाला है।

आबादी पर नियंत्रण के तरीके– बढ़ती आबादी को नियंत्रित करना हमारे लिए बड़ी चुनौती है। हालाकि कुछ ऐसे अचूक उपाय हैं जिससे आबादी को नियंत्रित कर तमाम चुनौतियों से निपटा जा सकता है। इसमें प्रमुख रूप से गर्भनिरोधक का इस्तेमाल, शिशु मृत्युदर को कम करना, एकल शिशु नीति तथा द्वि शिशु नीति को अपनाना, परिवार नियोजन और छोटे परिवार को आदर्श के रूप में स्वीकारना जैसे कुछ विकल्पों को अपनाना होगा।

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