Basant Panchami 2024: सनातन धर्म में जनवरी से त्योहारों की शुरुआत हो जाती है. चाहे उसमें मकर संक्रांति हो या फिर लोहड़ी का त्यौहार। वहीं, फरवरी का महीना शुरू हो चुका है. फ़रवरी के महीने को हिन्दू धर्म में माघ माह कहा है. इस महीने में सरस्वती मां की पूजा की जाती है. दरअसल, हर वर्ष माघ माह की शुक्लपक्ष तिथि की पंचमी को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. यह त्यौहार मां सरस्वती देवी को अतियंत प्रिय है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन मां सरस्वती देवी का जन्म हुआ था.
बताया जाता है कि सरस्वती मां ब्रह्मा जी की पुत्री हैं. वह ब्रह्म देव के मन से पैदा हुई थीं. माता सरस्वती को ज्ञान, विद्या और स्वर की देवी कहा जाता है. बसंत पंचमी के पावन अवसर पर हमें मां वीणा वादिनी की पूजा अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से मां हंसवाहिनी अपना आशीर्वाद भक्तों पर बनाये रखती है.
सरस्वती मां ब्रह्मा जी की पुत्री
Basant Panchami 2024 इस दिन मनाई जाएगी बसंत पंचमी
वहीं, हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस बार बसंत पंचमी का त्यौहार 14 फरवरी 2024 को मनाया जाएगा। इस बार खास बात यह भी है कि इस दिन गुप्त नवरात्रि की पंचमी तिथि है. इस दिन देवी के नौरूपों में मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है. यानि बसंत पंचमी का दिन और भी ख़ास हो जाएगा।
इसके साथ ही विद्या की देवी सरस्वती की पूजा करने के साथ-साथ उनके कुछ नियम भी बताए गए है. जो लोग बसंत पंचमी के अवसर पर देवी की प्रतिमा खरीदने की सोच रहे हैं. उनके लिए शास्त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं।
वास्तु के अनुसार, देवी की मूर्ति को हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर स्थापित करें। तो चलिए इस लेख जरिए हम आपको बताएंगे कि बसंत पंचमी के दिन अपने घर कैसी मूर्ति लानी चाहिए।
Basant Panchami 2024 खड़ी हुई मुद्रा में ना लाएं मूर्ति
वास्तु के अनुसार, माता सरस्वती की खड़ी हुई मुद्रा में मूर्ति नहीं लानी चाहिए। यह बेहद खराब माना जाता है।
Basant Panchami 2024 कमल के फूल पर बैठी हुई प्रतिम
घर में हमेशा सरस्वती माता की कमल के फूल पर बैठी हुई प्रतिमा होनी चाहिए। यह शुभ माना गया है।
Basant Panchami 2024 पश्चिम दिशा में नहीं रखनी चाहिए
कभी भी सरस्वती माता की पूजा दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से माता आपसे क्रोध हो सकती है।
Basant Panchami 2024 प्रतिमा हमेशा सुंदर, सौम्य, और आर्शीवाद देते हुए
मां सरस्वती की प्रतिमा हमेशा सुंदर, सौम्य, और आर्शीवाद देते हुए ही खरीदे। यह बहुत शुभ माना जाता है।
Basant Panchami 2024 खंडित मूर्ति की पूजा न करें
कभी भी स्वर देवी की खंडित मूर्ति की पूजा या खरीदारी नहीं करनी चाहिए। कहा जाता है कि, इससे घर में नेगेटिव एनर्जी आती है।अपने पूजास्थल पर सरस्वती देवी की दो मूर्ति ना स्थापित करें। इससे माता का आर्शीवाद नहीं मिल पाता।
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