Diwali 2024: यूपी में सरयू नदी के तट पर बसी राम नगरी अयोध्या में आज खूब चहल-पहल है। दरअसल राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में जनवरी 2022 में हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहली दिवाली है। ऐसे में दीपोत्सव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। यूपी पर्यटन विभाग (UP Tourism Department) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अयोध्या में आज यानी 30 अक्टूबर को दीपोत्सव (Diwali 2024) का आयोजन है। इस दौरान 25 लाख से भी ज्यादा दीप जलाए जाएंगे और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डस में अयोध्या का नाम एक बार फिर दर्ज कराने का पूरा प्रयास होगा।
अयोध्या राम मंदिर (Ram Mandir) के अलावा देश के अन्य हिस्सों में स्थित प्रभु राम से जुड़े मंदिरों में भी दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी है। इसमें मध्य प्रदेश के ओरछा में स्थित श्रीराजा राम मंदिर, रघुनाथ मंदिर जम्मू, सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर भ्रदाचलम और नासिक में स्थित कालाराम मंदिर का नाम शामिल है। अयोध्या राम मंदिर के साथ इन मंदिरों में भी दीपोत्सव पर दीप जलाया जाएगा और दिवाली पर्व भव्यता के साथ मनाया जाएगा।
Diwali 2024- Ayodhya Ram Mandir में भव्य दीपोत्सव
दिवाली की पूर्व संध्या अयोध्या नगरी में स्थित राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में भव्य दीपोत्सव मनाने की तैयारी है। इस दीपोत्सव में शामिल होने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी पहुंच चुके हैं। जानकारी के मुताबिक आज दिवाली से पूर्व आयोजित दीपोत्सव में अयोध्या के अलग-अलग घाटों पर 25 लाख से ज्यादा दीये जलाए जाएंगे जिससे राम नगरी जगमगाती नजर आएगी।
अयोध्या में सरयू घट पर दीपोत्सव (Diwali 2024) के अलावा पर्यावरण को नुकसान किए बगैर आतिशबाजी होगी जो 120 से 600 फीट की ऊंचाई तक आसमान में रंग बिखेरेगी। वहीं सरयू पुल पर लेजर शो, फ्लेम शो और संगीत का संगम भी प्रस्तुत किया जाएगा जिससे कि दीपोत्सव की भव्यता बढ़ सके।
Diwali 2024- अयोध्या राम मंदिर के अलावा ओरछा में भी भव्य दीपोत्सव
यूपी के अयोध्या में स्थित राम मंदिर के अलावा मध्य प्रदेश (MP) के निवाड़ी जिले के ओरछा नगर में स्थित श्रीराजा राम मंदिर में भी दीपोत्सव भव्य होगा। दिवाली से पूर्व मंदिर के गर्भ गृह में दीप प्रज्वलित कर भजन-कीर्तन गाए जाएंगे। इसके अलावा भक्तों द्वारा मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर परिसर के अलग-अलग हिस्सों में दीप जलाया जाएगा जिससे कि श्रीराजा राम मंदिर की भव्यता और बढ़ सके।
बता दें कि ओरछा में स्थित राम मंदिर (Raja Ram Mandir Orchha) का जुड़ाव त्रेतायुग से है। मान्यता है कि इस मंदिर में रामलला का वास्तविक विग्रह (प्रतिमा) विराजमान है। बुन्देल शासक मधुकर शाह की महारानी कुंवरि गणेश अपने पति की चुनौती को स्वीकार करके भगवान राम को यहाँ लेकर आई थीं।
सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर में दीपोत्सव
तेलंगाना में गोदावरी नदी के तट पर भद्राद्री कोठागुडम जिले के भद्राचलम नगर में स्थित सीता रामचंद्र स्वामी मंदिर में भी भव्य दीपोत्सव होना है। इस दौरान भद्राचलम मंदिर (Bhadrachalam Mandir) में दीप जलाकर राम नाम का जप किया जाएगा और भोग लगाकर भक्तों में प्रसाद का वितरण कर दीपोत्सव मनाया जा सकेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भद्राचलम मंदिर का जुड़ाव प्रभु राम से है। मान्यता है कि प्रभु राम ने अपने वनवास का एक हिस्सा यहीं बिताया था। ये भी मान्यता है कि रावण ने देवी सीता का अपहरण भी यहीं से किया था।
कालाराम मंदिर और रघुनाथ मंदिर भी होंगे जगमग
दीपोत्सव (Deepotsav) पर महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित कालाराम मंदिर और जम्मू का रघुनाथ मंदिर भी दीपों से जगमग होगा। इसके लिए भी खास तैयारियां की गई हैं। कालाराम मंदिर के गर्भगृह और परिसर में दीप प्रज्वलित कर भजन-कीर्तन किया जाएगा। इसके अलावा भारी संख्या में भक्तों का जत्था प्रभु राम के नाम का उद्घोष कर दीपोत्सव को खास बनाएगा।
रघुनाथ मंदिर में भी भव्य दीपोत्सव होने की खबर है। दिवाली पर रघुनाथ मंदिर दीयों की रोशनी से जगमग नजर आएगी। इस खास दिन को मनाने के लिए हजारों की संख्या में भक्त दीप दान करेंगे और दिवाली को खास बनाएंगे। धार्मिक मान्यता है कि इस मंदिर दर्शन करने पर 33 कोटि देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।