Saturday, November 23, 2024
Homeधर्मआज के दिन किसी को भी "Happy Good Friday" कहकर न करें...

आज के दिन किसी को भी “Happy Good Friday” कहकर न करें विश, जानें ईसाई धर्म के लिए क्यों है ये दिन खास?

Date:

Related stories

Yazidi: क्या इराक और सीरिया में भी रहते थे प्राचीन हिंदू? जानें यजीदियों की सच्चाई

Yazidi: यजीदी धर्म प्राचीन विश्व की प्राचीनतमा धार्मिक परंपराओं...

Good Friday 2023: आज के दिन पूरे देश में गुड फ्राइडे की छुट्टी है। वहीं लोगों को लगता है कि ये दिन भी काफी खुशी का है। बता दें, ये ईसाई धर्म के लोगों के लिए बेहद खास होता है। मगर ये दिन खुशी का नहीं है। वहीं इस दिन किसी को भी हैप्पी गुड फ्राइडे का विश भी नहीं करना चाहिए। इसके पीछे एक बड़ा कारण है, जिसे आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे।

बता दें, ईसाई धर्म के लोगों के लिए गुड फ्राइडे वाला सप्ताह बेहद खास होता है। इसमें मॉन्डी थर्सडे से लेकर ईस्टर तक सेलिब्रेट किया जाता है। वहीं इसमें रविवार का दिन काफी खास होता है और दिन को काफी खुशियों के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। मगर गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार के दिन खुशियां नहीं मनाई जाती है।

जानें क्या है मॉन्डी थर्सडे

ये गुरुवार का दिन ईसाई धर्म के लोगों के लिए मॉन्डी थर्सडे होता है। ये दिन इनके लिए खास है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान यीशु ने अपने सभी शिष्यों के पांव धुले थे। ये दिन गुड फ्राइडे के एक दिन पहले होता है। बात दें, इस दिन हर चर्च के धर्म गुरु चर्च के 12 सदस्यों के पैर को धोते हैं और ये दिन खुशी और उत्सव का नहीं होता है। बता दें, इसके अगले दिन गुड फ्राइडे होता है।

ये भी पढ़ें: Shani Asta: शनिदेव के अस्त होने पर भूलकर भी न करें ये गलती, भुगतना पड़ सकता है गंभीर परिणाम

हैप्पी गुड फ्राइडे नहीं बोलने के पीछे क्या है वजह

बता दें, गुड फ्राइडे के दिन ही भगवान यीशु मसीह को सूली चढ़ा दिया गया था। गुड फ्राइडे का दिन ही ऐसा है जिस दिन भगवान इस दुनिया को त्याग दिए थे। वहीं गुड फ्राइडे के नाम के पीछे भी यह वजह है कि इस दिन भगवान ने बहुत बड़ा प्यार और बलिदान दिया था, जिसे देखकर इस दिन का नाम गुड फ्राइडे दिया गया। इसलिए मान्यताओं के अनुसार, इस दिन किसी को भी हैप्पी गुड फ्राइडे नहीं बोलना चाहिए। वहीं शनिवार के दिन सभी लोग व्रत रखते हैं और चर्च जाकर प्राथना करते हैं।

बता दें, शनिवार की रात में ईस्टर विजिल मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग भगवान यीशु मसीह को फिर से उठाने की प्रार्थना करते हैं। वहीं लोगों की ये प्राथना सफल हो जाती है और यीशु मसीह सन्डे को यानी ईस्टर संडे को उठ जाते हैं। इसलिए सभी ईसाई धर्म के दिन संडे को उत्सव मनाते हैं।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। DNP News Network/Website/Writer इसकी पुष्टि नहीं करता है। इसे केवल सामान्य अभिरूचि में ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है। किसी भी प्रकार का उपाय करने से पहले ज्योतिष से परामर्श जरूर लें।
Sriya Sri
Sriya Srihttps://www.dnpindiahindi.in/
मेरा नाम श्रीया श्री है। मैं पत्रकारिता अंतिम वर्ष की छात्रा हूं। मुझे लिखना बेहद पसंद है। फिलहाल मैं डीएनपी न्यूज नेटवर्क में कंटेंट राइटर हूं। मुझे स्वास्थ्य से जुड़ी कई चीजों के बारे में पता है और इसलिए मैं हेल्थ पर आर्टिकल्स लिखती हूं। इसके अलावा मैं धर्म, लाइफस्टाइल, एस्ट्रोलॉजी और एजुकेशन के विषय में भी आर्टिकल लिखती हूं।

Latest stories