Kartik Maas 2023: पवित्र कार्तिक महीने की शुरूआत हो चुकी है, धार्मिक लिहाज से इसका काफी महत्व माना जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार इसे सभी देवताओं और भगवान विष्णु का प्रिय महीना माना जाता है. इसमें भगवान नारायण अपनी योग निंद्रा से जागकर सभी को अपना आशिर्वाद देते हैं, साथ ही इस दौरान कई त्योहारों की भरमार लगी रहती है जिसमें करवाचौथ से लेकर देवोत्थान एकादशी, दिपावली जैसे अनगिनत त्योहार बारी-बारी से दस्तक देते हैं. ऐसे में आज इस पावन महिने का महत्व बताते हुए इसमें आने वाले हर एक पर्व के बारे में बताने जा रहे हैं।
कार्तिक मास की विशेषता
यहां आपको बता दें कि हिंदू धर्म और मान्यताओं में कार्तिक मास का काफी महत्व बताया गया है. इसमें भगवान विष्णु के साथ-साथ तुलसी, और देवी देवताओं की पूजा अर्चना का महत्व होता है, साथ ही इसमें हर दिन स्नान, दान, धर्मिक काम करने की सलाह दी जाती है. पापों का नाश करने वाले इस मास में सुबह सवेरे जल्दी उठकर नहा धोकर भगवान की पूजा करनी चाहिए. कई लोग इस माह में हर दिन स्नान आदि का प्रण लेकर पूर्णमा के दिन गंगा स्नान आदि करते हैं. देवों को प्रिय यह समय कष्टों का नाश करने के साथ विशेष फल भी देता हैं जिसका लाभ कोई भी उठा सकता है.
कार्तिक मास में हैं त्योहारों की भरमार
29 अक्टूबर से शुरू होकर यह 27 नवंबर तक रहने वाले इस पूरे एक महीने में एक के बाद एक त्योहारों की भरमार है. इसमें सबसे पहले एक नवंबर को करवा चौथ, उसके बाद अहोई अष्टमी, देव उठनी एकादशी, धन तेरस, अनंत चतुर्दशी, दिपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दोज, महाछठ पर्व जैसे अनेकों त्योहार मनाए जाने वाले हैं. इसके अंत में कार्तिक मास पूर्णिमा पर भगवान नारायण अपनी योग निंद्रा से जागकर सभी का कल्याण करते हैं जिसे देवठान भी कहा जाता है. इसी के बाद से शादी और विवाह आदि के कार्यक्रम होना भी शुरू हो जाते हैं.
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