Mahashivratri 2023: सभी शिव भक्त जिस दिन का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं वो दिन काफी नजदीक है। आपको बता दें, इस 18 फरवरी यानी कल पूरे देश में महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा। कहते हैं, इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन से महादेव की आराधना करता है उसपर भगवान अपनी कृपा बरसाते हैं। वहीं आज इस आर्टिकल में हम महादेव से जुड़ी 5 रोचक विषय के बारे के जानेंगे। तो आइए जानते हैं।
1. आखिर क्यों? मनाई जाती है महाशिवरात्रि
मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन ही महादेव और देवी पार्वती शादी के बंधन में बंधे थे। इसके अलावा महादेव इसी दिन अग्नि स्तंभ के रूप में ब्रह्मा और विष्णु के समक्ष अवतार लिए थे।
2. महादेव के त्रिशुल से क्या निकलता अर्थ
आपने अक्सर महादेव के साथ उनका शस्त्र त्रिशुल देखा होगा। आपको बता दें, ये तीन कालों का प्रतीक है, यानी त्रिशुल भूत, भविष्य और वर्तमान का प्रतीक है। इसके अलावा त्रिशुल सत, रज और तम गुणों का प्रतीक माना जाता है।
3. महादेव का नाम क्यों पड़ा नीलकंठ
मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान मंथन से निकली हुई विष को महादेव ने ग्रहण किया था। इसके बाद महादेव का कंठ नीला हो गया। इसके बाद से महादेव नीलकंठ के नाम से भी कहे जाने लगे।
ये भी पढ़ें: Shani Asta: शनिदेव के अस्त होने पर भूलकर भी न करें ये गलती, भुगतना पड़ सकता है गंभीर परिणाम
4. क्यों चढ़ाया जाता है महादेव को भस्म
भस्म का अर्थ होता है राख। बता दें, पूरे संसार में मौजूद हर प्राणी का सार राख यानी भस्म ही होता है। बता दें, जब सभी का नष्ट होता है तो राख ही बचता है और व्यक्ति का आत्म महादेव से समा जाती है। इसलिए महादेव को भस्म अत्यंत प्रिय है।
5. महादेव चंद्र को क्यों करते हैं धारण
शांति के प्रतीक चंद्र देव कहलाते हैं। बता दें, महादेव चंद्र को धारण कर यह संदेश देना चाहते हैं कि व्यक्ति को मन से दिमाग नियंत्रित करना चाहिए। इससे कोई भी व्यक्ति शांत मन से बेहतर निर्णय ले सकता है।
ये भी पढ़ें: WINTER HEALTH TIPS: इस सुपर हेल्दी फ्रूट में है पौष्टिक तत्वों का खजाना, डाइट में शामिल कर मिलेंगे गजब के फायदे
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो पर सकते हैं।