Mauni Amavasya 2024: आज देशभर में अमावस्या तिथि मनाई जा रही है। इस तिथि को (Mauni Amavasya ) मौनी अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। बताया जाता है कि इस दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था। इस अवसर पर लोगों की तीर्थस्थलों पर भीड़ लगी हुई है। जिसमें से एक भगवान श्री राम की साधनास्थली के रूप में धर्म नगरी चित्रकूट विश्व प्रसिद्ध है। यहां पर लाखों की तादात में लोगों ने पहुंचकर डूबकी लगाई है। साथ ही कामदगिरी की परिक्रमा कर पूजा अर्चना की है। वहीं, प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए इंतजाम किया हुआ है।
पढ़ें क्यों मनाई जाती है?
(Mauni Amavasya 2024) मौनी अमावस्या का विशेष महत्व
बताया गया है कि, धर्म नगरी चित्रकूट में माघ माह में पड़ने वाली मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। माना जाता है कि, भगवान प्रभु श्री राम आज भी चित्रकूट में ही वास करते हैं। साथ ही जो भी व्यक्ति आज के दिन मंदाकिनी नदी में स्नान करता है उसके कई जन्मों तक के पाल दोष धुल जाते हैं। स्नान करने के बाद श्रद्धालु जन कामदगिरि मतगजेंद्रनाथ मंदिर में पूजा करने जाते है।
(Mauni Amavasya 2024) ऐसे करें अमावस्या पर स्नान
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, अमावस्या के दिन स्नान करने की विधि बताई गई है। बता दें कि जो स्नान करते हुए राम नाम का जप करता है उन लोगों को भगवान और संत का दर्शन होता है। साथ ही बताया गया है कलयुग में जो हनुमान जी के अवतार में तोते का जन्म हुआ था वह भी अमावस्या के दिन ही हुआ।
(Mauni Amavasya 2024) तुलसीदास को हुए थे श्री राम के दर्शन
पौराणिक कथाओं के अनुसार, तुलसीदास जी को भी श्रीराम (Shree Ram) का दर्शन हुआ था। ज्योतिषाचार्यां के अनुसार, चित्रकुट में दो ही अमवास्या खास मानी गई हैं। जिसमें एक दिवाली शामिल हैं और दूसरी मौनी अमावस्या। अमवास्या के दिन तुलसीदास जी को प्रभु श्री राम के दर्शन हुए थे।
(Mauni Amavasya 2024) राम जी आकर स्वयं करते थे स्नान
संत बताते हैं कि, इस विशेष दिन राम जी स्वयं आकर यहां स्नान करते हैं। जब तुलसीदास जी को राम जी की दर्शन नहीं हो पाए थे। तो बनारस के वीर बंजरगी यानि हनुमान जी ने उन्हे बताया था कि उन्हें चित्रकूट में ही अमावस्या के दिन दर्शन प्राप्त होंगे।
(Mauni Amavasya 2024) स्नान करने से मुक्त होते सभी दोषों से
वहीं, संतो का कहना है कि, जो भी व्यक्ति श्रद्धा और नियम से मौनी अमावस्या पर चित्रकूट में मंदाकिनी नदी में स्नान करता है तो उसके सभी जन्मों तक सभी पाप और दोष खत्म हो जाते हैं। साथ ही उसे मोक्ष प्राप्त होता है।
(Mauni Amavasya 2024) पिण्ड दान करने का विशेष महत्व
मौनी अमावस्या के दिन पिण्ड दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि, इस दिन किसी गरीब व्यक्ति को दान करना चाहिए। साथ ही इस दिन किसी भी पवित्र नदी में डूबकी लगानी चाहिए। इससे आपके पितृ पक्ष प्रसन्न होते हैं।
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