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Nag Panchami 2024: नागपंचमी पर ऐसे करें भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक, आध्यात्मिक शक्ति के साथ होगी अपार धन की प्राप्ति

Nag Panchami 2024: इस लेख के माध्यम से हम आपको नागपंचमी पर्व की धार्मिक मान्यता के बारे में विस्तार से बताएंगे।

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Nag Panchami 2024
फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

Nag Panchami 2024: पवित्र सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि आज यानी शुक्रवार को है। ऐसे में आज ही देश के विभिन्न हिस्सों में नागपंचमी पर्व मनाया जाएगा। सनातन संस्कृति में नागपंचमी पर्व का विशेष महत्व है और मान्यता है कि इसी के साथ पर्वों की शुरुआत हो जाती है और आने वाले दिनों रक्षाबंधन, श्रीकृष्ण जनमाष्टमी, तीज समेत अन्य कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व मनाए जाते हैं।

नागपंचमी के इस खास अवसर पर हम आपको भगवान भोलेनाथ के पूजन की विधि और आज के दिन किए जाने वाले रुद्राभिषेक के महत्व के बारे में बताएंगे। धार्मिक मान्यता है कि इस खास दिन पर रुद्राभिषेक करने से भगवान भोलेनाथ खुश होते हैं और उनकी कृपा से भक्तों की आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है और उन्हें अपार धन की प्राप्ति होती है।

पूजा का शुभ मुहूर्त

नापंचमी का पर्व सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है जो कि आज है। इस खास दिन पर पूजा के लिए सबसे शुभ मुहूर्त प्रातः 05:47 मिनट से लेकर 08:27 मिनट तक रहेगा। वहीं दोपहर में 12:13 मिनट से लेकर 1:00 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है।

धार्मिक मान्यता है कि इस शुभ मुहूर्त में दूध, दही, घी, दुर्बा, चंदन, रोड़ी, बेलपत्र, अभ्रक, भांग, धतुरा आदि वस्तुएं भगवान भोलेनाथ को अर्पित कर उनकी प्रार्थना करनी चाहिए। इसके अलावा मन में नाग देवता की अराधना भी करनी चाहिए। इससे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनचाही इच्छा पूर्ण होती है।

नागपंचमी पर ऐसे करें रुद्राभिषेक

सावन में रुद्राभिषेक के लिए नागपंचमी का दिन भी सबसे उपयुक्त माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि आज के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना बहुत ही शुभ व फलदायी होता है। नागपंचमी पर दूध से रुद्राभिषेक करने पर घर में सुख शांति बनी रहती है साथ ही संतान की मनोकामना भी पूरी होती है।

नागपंचमी के दिन प्रात: स्नान-ध्यान कर भगवान भोलेनाथ की प्रार्थना करें और भगवान भोलेनाथ को दूध, दही, शदह, घी, गंगाजल, इत्र आदि से स्नान कर उन्हें बेलपत्र, भांग, धतुर, मदार पत्ता और सुगंधित पुष्प अर्पित करें। इसके बाद किसी शास्त्रीय ज्ञानी की मदद लेकर दूध, दही, घी, कुश, शहद, गुड़ जैसे वस्तु से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करें। इससे भगवान भोलेनाथ खुश होते हैं और भक्तों को मनचाहा वरदान देते हैं।

डिस्क्लेमर– यह सूचना लोगों को सामान्य जानकारी के लिए सिर्फ मान्यताओं और इंटरनेट पर मिलने वाली जानकारी के आधार पर दी गई है। डीएनपी न्यूज नेटवर्क/लेखक किसी भी तरह की मान्यता व जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। ऐसे में आप किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से अवश्य सलाह लें।

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