Sharad Purnima 2024: आश्विन माह में मनाई जाने वाली शरद पूर्णिमा की तिथि आज यानी 16 अक्टूबर को रात 8:40 से शुरू हो रही है। शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2024) की तिथि का समापन 17 अक्टूबर को शाम 4:55 (Sharad Purnima Muhurt) पर होगा। इस दौरान कई तरीकों से चंद्र देव की अराधना की जाती है और आरोग्यता का आशीर्वाद हासिल किया जाता है।
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima Kheer) के दिन खीर बनाने और खीर को चांद की रोशनी में रखने के बाद अगले दिन सुबह उसे खाने का खूब चलन है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के धन, यश, बल, बुद्धि और विद्या में इजाफा होता है। हालाकि हम आपको एक और छोटी सी तरकीब के बारे में बताएंगे जिसके सहारे आपको आरोग्य का आशार्वाद मिल सकेगा और आप अपना जीवन सुखमय तरीके से व्यतीत कर सकेंगे।
Sharad Purnima 2024- खीर में चांदी का सिक्का और एक खास मंत्र का जाप!
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर ‘tarotwithsakshi’ नामक हैंडल से एक वीडियो जारी किया गया है। इसमें साक्षी सिंघल नामक ज्योतिषी शरद पूर्णिमा पर अपने विचार रख रही है। उनका कहना है कि शरद पूर्णिमा के दिन का चांद वर्ष का सबसे शक्तिशाली चांद होता है।
ज्योतिषी कहती हैं कि शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2024) के दिन आप अपने घर पर खीर बनाएं और उसे चांद की रोशनी में रखें। संभव हो तो खीर वाले पात्र में एक चांदी का सिक्का अवश्य डालें और अपनी मनोकामना खीर (Sharad Purnima Kheer) के पात्र में बोल कर रखें। अगर आप चांद की रोशनी में खीर नहीं रख सकते तो उसे चांद की रोशनी दिखाएं और अपने घर में रखें। इस दौरान खीर को रोशनी दिखाते वक्त ‘ऊँ चंद्रमसै नम:’ का जाप 21 बार करें और फिर खीर खाएं। इससे आपको आरोग्य जीवन का आशीर्वाद मिलेगा और साथ ही आपकी तमाम मनोकामनाएं पूरी होंगी।
Sharad Purnima 2024- गर्भवती महिलाएं करें ये खास काम
शरद पूर्णिमा की रात गर्भवती महिलाओं के लिए खास बात कही गई है। ज्योतिषी साक्षी सिंघल की मानें तो शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2024) के अवसर पर गर्भवती महिलाओं को चांद की रोशनी में बैठना चाहिए। इसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है और सुंदर व स्वस्थ्य बच्चे पैदा होते हैं। गर्भवती महिलाओं को भी शरद पूर्णिमा की रात चांद की रोशनी में खीर रखना चाहिए और फिर अगले दिन सुबह उसका सेवन करना चाहिए। इससे उन्हें उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिल सकेगा।