Vikat Sankashti Chaturthi 2023: हिंदू धर्म में हर दिन हर क्षण का विशेष महत्व है। वहीं हर वर्ष वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विकट संकष्टी चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। कहते हैं, इस दिन जो भी भक्त सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा अर्चना करता है, उसे जीवन में आ रही तमाम परेशानियां खत्म हो जाती है। व्यक्ति को सभी संकट से मुक्ति मिलती है।
इस दिन सभी महिलाएं अपनी संतान और परिवार के लिए व्रत रखती हैं। कहते हैं, इस दिन भगवान गणेश की उपासना करने से और व्रत रखने से बल, विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है। भक्तों के जीवन में आ रही तमाम परेशानियों का अंत होने लगता है। बता दें, इस बार ये व्रत 9 अप्रैल को रखा जाएगा। इस व्रत की शुरुआत सूर्योदय से हो जाएगी। वहीं इसका अंत चंद्रोदय के साथ होने वाला है। बता दें, इस दिन भगवान गणेश की पूजा चंद्रोदय के बाद होती है। तो आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं, शुभ मुहूर्त और महत्व।
विकट संकष्टी चतुर्थी 2023 का शुभ मुहूर्त
हिन्दी पंचांग के अनुसार, भगवान गणेश की पूजा सुबह में करने के लिए सुबह 9 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 48 मिनट तक का समय अति उत्तम है। वहीं शाम की पूजा के लिए शाम 06 बजकर 43 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 33 मिनट तक का समय बेहद शुभ है। इस समय भगवान गणेश की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है।
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जानें इस दिन का महत्व
बता दें, इस दिन सभी महिलाएं भगवान गणेश की पूजा अर्चना सच्चे मन से करती हैं। ये दिन बेहद शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से संतान सुख मिलता है। वहीं वैवाहिक जीवन में आ रही तमाम परेशानियों का अंत हो जाता है। कहते हैं, जिन लोगों के कारोबार में परेशानी आ रही है तो वो विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखें। इससे कारोबार में आ रही सभी परेशानियों का अंत हो जाता है। कहते हैं, इस दिन रात के चंद्रदेव को अर्घ्य देना चाहिए। ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए सबसे कारगर उपाय है।
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