Home ख़ास खबरें Guru Nanak Jayanti 2024 से जुड़े धार्मिक मत क्यों है खास? Kartik...

Guru Nanak Jayanti 2024 से जुड़े धार्मिक मत क्यों है खास? Kartik Purnima और गुरु नानक जयंती का क्या है जुड़ाव? यहां जाने

Guru Nanak Jayanti 2024: सिख समुदाय के सबसे बड़े पर्व गुरु नानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा का जुड़ाव क्या है? इस लेख के माध्यम से हम आपको गुरु नानक जयंती के सभी पहलुओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।

0
Guru Nanak Jayanti 2024
फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

Guru Nanak Jayanti 2024: दिवाली, गोवर्धन पूजा और छठ पूजा के बाद मनाई जाने वाली गुरु नानक जयंती का शुभ पर्व आज है। सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव (Guru Nanak Dev) की जयंती के दिन मनाए जाने वाले इस खास प्रकाश पर्व (Prakash Parv) को कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाते हैं। प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2024) के दिन मनाए जाने वाले गुरु नानक जयंती सिख पंथ के लिए खास है।

लोगों के मन में एक सवाल सामान्य तौर पर आता है कि आखिर गुरु नानक जयंती, कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही क्यों मनाई जाती है? कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti 2024) का जुड़ाव क्या है? इसके अलावा भी गुरु नानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल आते हैं। ऐसे में आइए हम आपको इन सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश करते हैं। साथ ही प्रकाश पर्व (गुरु नानक जयंती) से जुड़े सभी धार्मिक मत और महत्व के बारे में भी बताते हैं।

Kartik Purnima के दिन क्यों मनाई जाती है Guru Nanak Jayanti?

गुरु पर्व यानी गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti 2024), प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वर्ष 1469 में कार्तिक पूर्णिमा तिथि पर ही गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था। सिख धर्म (Sikh Dharm) की स्थापना करने और सिख समुदाय के पहले धर्म गुरु के रूप में विख्यात गुरु नानक देव जी की योगदान और उनका स्मरण करते हुए प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु नानक जयंती मनाई जाती है। प्रकाश पर्व (गुरु नानक जयंती) के अवसर पर लोग गुरुद्वारा जाते हैं। भजन-कीर्तन का हिस्सा बनते हैं और लंगर के माध्यम से भूखों का पेट भरने का पुण्य काम करते हैं।

Guru Nanak Jayanti 2024 का धार्मिक महत्व

श्री गुरु नानक देव जी (Guru Nanak Dev Ji) सिख संप्रदाय के प्रथम गुरु थे। उन्होंने ही सिख धर्म की स्थापना की थी। लोगों को समानता, प्रेम, सेवा और ईमानदारी का सन्देश देना हो या उपदेशों के माध्यम से उन्हें शिक्षा देना। गुरु नानक देव जी ने इन सभी कार्यों को सकुशल तरीके से किया। यही वजह है कि धार्मिक मतों के हिसाब से भी गुरु नानक जयंती का विशेष महत्व है।

गुरु नानक जयंती पर बैंक और NSE-BSE बंद

सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक जयंती के अवसर पर आज यानी 15 नवंबर (15 Nov) को सभी बैंकों में छुट्टी है। बैंक के अलावा दोनों स्टॉक एक्सचेंज- National Stock Exchange (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में छुट्टी है। इस खास अवसर पर सभी तरह की ट्रेडिंग गतिविधियों पर विराम रहेगा।

Kartik Purnima 2024- धार्मिक मत और महत्व

कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2024) भी आज यानी 15 नवंबर को ही मनाई जा रही है। ये खास अवसर सनातन परंपरा में जन्म लेने वालों के लिए बेहद खास है। कार्तिक पूर्णिमा पर लोग गंगा स्नान कर दीपदान करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से पाप धुलते हैं और लोगों को सौभाग्य व मोक्ष की प्राप्ति होती है।

धार्मिक मतों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु ने वेदों की रक्षा के लिए मत्स्य रूप धारण किया था। इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा का जुड़ाव भगवान शिव से भी है। धार्मिक मतानुसार इस खास तिथि को “त्रिपुरी पूर्णिमा” भी कहा जाता है। दरअसल, इस दिन भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किए जाने की बात कही जाती है।

Exit mobile version