Good Friday 2023: आज के दिन पूरे देश में गुड फ्राइडे की छुट्टी है। ईसाई धर्म के लोगों के लिए ये दिन काफी खास होता है। बता दें, इस दिन ही ईसाई धर्म के भगवान यीशु मसीह को क्रूस पर चढ़ा दिया गया था। इसलिए गुड फ्राइडे को खुशियां नहीं मनाई जाती है। वहीं संडे यानी ईस्टर के दिन खुशियां मनाई जाती है, क्योंकि उस दिन पुनः यीशु मसीह उठ जाते हैं। इसलिए सभी लोग इस दिन चर्च में जाकर प्राथना करते हैं।
आपको बता दें, ईसाई धर्म के लोग इस दौरान व्रत रखते हैं और यीशु मसीह के वापस लौटने की प्रार्थना करते हैं। मगर इस दौरान सभी लोग मीट का सेवन गलती से भी नहीं करते हैं, लेकिन फल, सब्जियां, दूध, अंडे और मछली खाते हैं। इनके लिए मछली का सेवन करना बेहद शुभ और खास माना जाता है। इसलिए सभी लोग गुड फ्राइडे के दिन मीट का सेवन नहीं करते हैं, मगर ये लोग मछली जरूर खाते हैं। इसके पीछे एक रोचक कहानी है। तो आइए उसे विस्तार से जानते हैं।
इन कारणों से गुड फ्राइडे को खाई जाती है फिश
बता दें, गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के लोग मीट नहीं खाते हैं। वहीं मछली ये लोग इस दिन निश्चित रूप से खाते हैं। इनका मानना है कि मछली का आकार इनका सीक्रेट सिंबल है। वहीं मछली एक समुद्री जीव होता है और ये बाकी के सभी तरह के मांस से काफी अलग होता है। ये एक विशेष कारण है कि ईसाई धर्म के लोग मीट की जगह मछली खाते हैं।
वहीं आपको बता दें, एक बार की बात है जब उनके धर्म पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद सभी ईसाइयों ने मछली के आकार से ही अपनी पहचान की थी। इसके कुछ ऐसे मछुआरे भी थे, जो यीशु मसीह में विश्वास रखते थे। इसलिए तब से लेकर आज तक गुड फ्राइडे के दिन मछली खाने का रिवाज है।
इस तरह से मनाया जाता गुड फ्राइडे
गुड फ्राइडे का दिन सभी ईसाई धर्म के लोगों के लिए बेहद खास होता है। हालांकि इस दिन कोई भी इस दिन का जश्न नहीं मानते हैं। मगर इस दिन कुछ चीजों को खाने की मान्यता है और चर्च जाकर प्राथना करने का रिवाज है। वहीं इस दिन पूरे विश्व में सभी लोग हॉट क्रॉस बन खाते हैं। वहीं नाश्ते में श्रिंप, लॉबस्टर, फिश और अंडे की भुर्जी खाने का रिवाज है। इसके अलावा आज चर्च में एक कड़वी ड्रिंक भी मिलती है। इस ड्रिंक को चर्च में प्राथना के बाद पिया जाता है।
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